——- नवम्बर 2020 से प्रतिमाह जा रहे 100 नमूनों… नवम्बर 2020 से आरएनटी से प्रतिमाह 100-100 आरटीपीसीआर नमूने दिल्ली जा रहे हैं, हालांकि पहली लहर यानी गत वर्ष तो केवल कप्पा वेरिएंट ही सामने आया था, जबकि इस बार दूसरी लहर में डेल्टा यानी नया और घातक वेरिएंट सामने आ चुका है। इससे पहले भी यही वेरिएंट मिला था, लेकिन उसका नाम तय नहीं था, अब उसका नाम स्पष्ट कर इसे इंडियन वेंरिएंट बताया जा रहा है।
– गत 13 मई को उदयपुर के 7 और बांसवाड़ा के 1 रोगी में नया वायरस मिला था। – 5 जून को इसी वेरिएंट के 50 नए मामले सामने आए हैं। हालांकि पहले इसका नाम तय नहीं था अब नाम स्पष्ट कर दिया गया है।
– पहले जो वेरिएंट था वह कप्पा यानी 1.617.1 था, लेकिन अब वेरिएंट ऑफ कंसर्न, जो डेल्टा सामने आया है, वह 1.617.2 है। ——- ब्लैक फंगस के मरीजों में नए वेरिएंट की तलाश
अब म्यूकोरमायकोसिस के उपचाररत मरीजों में ये तलाशा जा रहा है कि कोई नए डेल्टा वेरिएंट का मरीज तो इसमें शामिल नहीं है। ये काम आरएनटी मेडिकल कॉलेज कर रहा है, जबकि नए वेरिएंट मिलने के बाद इसे लेकर चिकित्सा विभाग के पास कोई रूट प्लान नहीं है।
——- बीते नवम्बर से हर महीने 100 नमूने अलग-अलग दिनों के शामिल किए जाकर दिल्ली भेजे जा रहे हैं, यदि इसमें कोई नयापन होता है, तो वह हमें बता देते हैं, लेकिन यदि सामान्य है, तो कोई जानकारी नहीं दी जाती है।
डॉ अंशु शर्मा, प्रभारी माइक्राबायोलॉजी लैब आरएनटी ——-