श्मशान मार्ग पर कथित अतिक्रमण के बीच मुर्दे लेकर जाने वाले चार कंधो को यहां मेड़ से होकर गुजरना पड़ता है। करीब 7 सौ मीटर टुकड़े में आ रही समस्या को लेकर कई बार प्रशासनिक अमले का ध्यान आकर्षित किया जा चुका है, लेकिन अब तक कार्रवाई के नाम पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। गोदाणा से करीब पांच किलोमीटर दूर शमशान घाट जो बदाराणा के निकट होने से नदी में होकर गुजरना पड़ा, जिससे नदी में करीब चार फीट पानी के बीच लोगों को गुजरना पड़ा।
ग्राम पंचायत गोदाणा के जिम्मेदारों की भी अजीब कहानी है। ग्राम पंचायत लोगों की सुविधा के लिए गोदाणा श्मशान घाट का विकास कराना चाहती है, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों के बीच ग्राम पंचायत खुद ही रास्ते को लेकर असमर्थ बनी हुई है। कई बार प्रस्ताव में शामिल विकास कार्य को कुछ लोगों के अडिय़ल रवैये के कारण पूरा नहीं किया जा पा रहा है। सरपंच धर्मचन्द एवं वार्ड पंच गोपाल पण्डित का आरोप है कि उनकी ओर से तहसीलदार, विकास अधिकारी और उपखण्ड अधिकारी के समक्ष ये समस्याएं बताई जा चुकी हैं, लेकिन लोगों की समस्या आज भी जस की तस बनी हुई है।
मुझे भी व्यक्तिश: शिकायतें मिली हैं, लेकिन जिस हिस्से को आम रास्ता बताया जा रहा है। हकीकत में वह हिस्सा किसानों की खातेदारी में बोल रहा है। funeral procession ग्रामीण और ग्राम पंचायत की ओर से मामले में तहसीलदार की मदद ली जा सकती है।
मावाराम गरासिया, पटवारी, गोदाणा