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उदयपुर

यहां 87 साल में पहली बार खेलने जाएंगी बेटियां…ये संभव हो पाया है ग्रामीणों के खेल के प्रति समर्पण के कारण…

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उदयपुरAug 31, 2018 / 06:36 pm

madhulika singh

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ये सुनकर आप भी चौंक जाएंगे लेक‍िन ये हकीकत है.. यहां 87 साल में पहली बार खेलने जाएंगी बेटियां

उमेश मेनारिया/मेनार . कस्बे के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय से 87 साल बाद इस वर्ष पहली बार खो-खो की टीम स्पर्धा में जाएगी। यह संभव हुआ है ग्रामीणों के खेल के प्रति समर्पण की वजह से।
शारीरिक शिक्षक चन्द्रशेखर मेनारिया ने बताया कि 1931 में मेनार स्कूल प्राथमिक विद्यालय था। वर्ष 1958 में उच्च प्राथमिक, 1971 में माध्यमिक और 1998 में उच्च माध्यमिक में क्रमोन्नत हुआ। करीब 87 वर्ष बाद इस विद्यालय से लड़कियों की खो-खो टीम 31 अगस्त को जिलास्तरीय प्रतियोगिता में खेलने जाएगी।
भींडर ब्लॉक के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय मावली डांगियान के शारिरिक शिक्षक जसवंत मेनारिया ने बताया कि उनके विद्यालय से भी पहली बार लड़कियों की टीम खेलने जाएगी। बालिका स्कूल से टीमें गई, लेकिन पहली बार उच्च माध्यमिक विद्यालय से टीम जाएगी।
पूरा गांव खेल को समर्पित
मेनार को खिलाडिय़ों की नर्सरी भी कहा जा सकता है। इस गांव में 45 शारीरिक शिक्षक हैं, जो खेल मैदान बनने के बाद खिलाडिय़ों की नई पीढ़ी तैयार करने में जुटे हैं। राउमावि में पिछले वर्ष स्वीकृत हुआ खेल मैदान तैयार हो रहा है। बास्केटबॉल मैदान का कार्य चालू है, वहीं अन्य मैदान तैयार हो चुके हैं। मैदान को मधुश्याम स्टेडियम नाम दिया गया है। मैदान विकसित होने के बाद यहां रोजाना 150 से 200 खिलाड़ी अभ्यास करने पहुंचते हैं। शारीरिक शिक्षक चन्द्र शेखर मेनारिया, लक्ष्मीलाल विरावत, जसवंत दियावत हर शाम खेल मैदान पर पहुंचते हैं। टीम मेें शा‍मिल लड़क‍ियां भी इसके बाद काफी उत्‍साह‍ित हैंं । वे इसके ल‍िए रात-द‍ि‍न मेहनत कर रही हैं।
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जल्द बढ़ेगी सुविधाएं
मैदान पर कबड्डी मेट, जिम के लिए सांसद सीपी जोशी ने राशि स्वीकृत की। विद्यालय और ग्राम पंचायत ने खिलाडिय़ों के लिए पर्याप्त संसाधन और मैदान को ओर विकसित करने के लिए प्रस्ताव भेज रखा है।

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