उन्नत खाद-बीज तथा प्रसंस्करण तकनीक की जानकारी देने के लिए प्रदर्शनी लगाई गई थी। इसी डोम में एक स्टॉल पर सिर दर्द, कमर दर्द, साइटिका, न्यूरोपैन, चर्म रोग, गठिया, गैस्ट्रिक, हृदयरोग जैसी गंभ्ाीर बीमारियों इलाज के दावे के साथ इनकी दवा के नाम पर डिब्बी, शीशी और विभिन्न पैकिंग में कुछ सामग्री बेची गई। पत्रिका टीम ने जब सेक्स टॉनिक की फोटो ख्ाींची तो दुकानदार ने मना दिया और डिब्बे व शीशियां उठाकर काउंटर के नीचे रख्ाे थैले में डाल दी। कुछ देर के बाद पुन: उनकी बिक्री शुरू कर दी ग्ाई।
READ MORE: ग्लोबल राजस्थान एग्रोटेक मीट …यहां सुनवाई नहीं होने पर रूआंसे होकर लौटे भूमिपुत्र यह उठ रहे हैं सवाल – सेक्स टॉनिक व विभिन्न गंभीर बीमारियों की कथित दवाइयों के उत्पादों को बेचकर किसानों का सशक्तिकरण आखिर कैसे किया गया।
-इस स्टॉल पर ना कृषि की उन्नत तकनीक का प्रदर्शन किया गया, ना ही नवाचार के बारे में जानकारी दी गई। ऐसे में एग्रोटेक मीट में ऐसी स्टॉल किसको फायदा पहुंचाने के लिए लगवाई गई?
– ग्राम में कई मंत्री, प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी मौजूद थे। उनकी ग्राम में चल रही हर गतिविधि पर पैनी नजर थी। ऐसे में सेक्स टॉनिक बिकते रहे और उन्हें पता तक नहीं चला या उन्होंने जान-बूझकर आंखेें मूंदे रख्ाी?