scriptउदयपुर: सीटीएई मैदान सज-धज कर तैयार, ग्राम आज से, मिलेगी नवाचार तथा कृषि की आधुनिकतम तकनीकों की जानकारी | GRAM meet udaipur | Patrika News
उदयपुर

उदयपुर: सीटीएई मैदान सज-धज कर तैयार, ग्राम आज से, मिलेगी नवाचार तथा कृषि की आधुनिकतम तकनीकों की जानकारी

उदयपुर. शहर का सीटीएई मैदान ग्लोबल राजस्थान एग्रोटेक मीट के लिए सज-धज कर तैयार हो चुका है।

उदयपुरNov 07, 2017 / 09:59 am

Bhagwati Teli

GRAM meet udaipur
उदयपुर . शहर का सीटीएई मैदान ग्लोबल राजस्थान एग्रोटेक मीट के लिए सज-धज कर तैयार हो चुका है। मंगलवार सुबह से वहां किसानों को नवाचार तथा कृषि की आधुनिकतम तकनीकों की जानकारी दी जाएगी।

ग्राम परिसर में अलग-अलग डोम तैयार किए गए हैं जिनमें प्रगतिशील किसानों की ओर से अपनाई गई नकनीकों, देश विदेशों की उन्नत तकनीक, पर्ल कल्चर, सोयाबीन के प्रोसेस्ड खाद्य उत्पाद के साथ ही जैविक खेती के बारे में बताया जाएगा। विभिन्न डोमों में संरक्षित खेती, सिंचाई, प्लास्टिकल्चर, प्रिसीजन फार्मिंग, कृषि मशीनरी, पोस्ट हार्वेस्टिंग टेक्नोलॉजी, कृषि विविधिकरण के साथ ही रिटेलर्स, डेयरी एवं पशुपालन तथा खाद्य एव खाद्य प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी की जानकारी विभिन्न प्रदर्शनियों के माध्यम से दी जाएगी।
चौपालों में होगा समस्या समाधान
मीट में संभाग के हर गांव से एक किसान को लाने का लक्ष्य रखा गया है। चार जगहों पर चौपालें लगाई जाएगी जिनमें कृषि वैज्ञानिक किसानों की समस्याओं का समाधान करेंगे। इन्हीं चौपालों में प्रगति शील किसान अपने द्वारा अपनाई गई तकनीक की जानकारी व सुझाव देंगे।
READ MORE: PICS: आसमां झुक कर तेरे कदमों में आएगा, पंखों को थोड़ा फैला तो सही, तस्वीरों में देखिए हिम्मत और जोश की मिसालें

समन्वित कृषि पर रहेगा जोर
आयोजन के दौरान किसानों के समक्ष अत्याधुनिक तकनीक व नवाचार का प्रदर्शन कर पशुपालन, डेयरी, बागवानी, वनोपजों एवं खाद्य प्रसंस्करण को अपनाने पर जोर दिया जाएगा।
स्मार्ट फार्म
एक डोम में तैयार स्मार्ट फार्म में फोरेस्ट प्रोडक्ट, हाईब्रिड मक्का के बीज उत्पादन की तकनीक, और जल स्वावलंबन की जानकारी विभिन्न मॉडल्स के माध्यम से दी जाएगी। साथ ही किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड, जांच , आर्गेनिक खेती, मधुमक्खी व मछली पालन, मशरूम उत्पादन, सोलर पावर और बायोगैस के माध्यम से नर्सरी और फलों के बागान के मॉडल प्रदर्शित किए गए हैं।
चौपालों में होगा समस्या समाधान
मीट में संभाग के हर गांव से एक किसान को लाने का लक्ष्य रखा गया है। चार जगहों पर चौपालें लगाई जाएगी जिनमें कृषि वैज्ञानिक किसानों की समस्याओं का समाधान करेंगे। इन्हीं चौपालों में प्रगति शील किसान अपने द्वारा अपनाई गई तकनीक की जानकारी व सुझाव देंगे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो