प्राचार्य शीला शर्मा ने बताया कि पिछले कुछ सालों से कई देशों के विदेशी मेहमान स्कूल आ चुके हैं। वे यहां केवल कुछ घंटे नहीं बल्कि 1 से 2 दिन बिताते हैं। सबसे अधिक बार इटली, आस्टे्रलिया और कैलिफोर्निया से विदेशी यहां आए हैं। वे यहां बच्चों के साथ बातचीत करते हैं ताकि उनका आत्मविश्वास बढ़े। उनके साथ खेलकर, गाकर और नाचकर उन्हें कंफर्टेबल करते हैं और बच्चे उनके साथ हिलमिल जाते हैं। फिर वे उन्हें अपने देश के बारे में बताते हैं और कई सारी जानकारियां उनके साथ बांटकर उनका ज्ञानवद्र्धन करते हैं। बच्चों को भी किसी तरह की समस्या आती है तो वे उसे दूर करने की कोशिश करते हैं।
स्कूल व बच्चों के लिए देते हैं नि:शुल्क स्टेशनरी व अन्य चीजें प्राचार्य शर्मा ने बताया कि पहले कूल के बच्चे बाहरवालों को देखकर घबरा जाते थे और उनसे बातचीत तो दूर उनके सामने भी नहीं आते थे लेकिन धीरे-धीरे जब विदेशी मेहमानों ने उनके साथ समय बिताना शुरू किया तो वे उनसे हिलमिल गए। विदेशी मेहमान यहां अक्सर आते रहते हैं। वे बच्चों के लिए जहां नि:शुल्क स्टेशनरी व खाने-पीने की चीजें लाते हैं, वहीं स्कूल की जरूरत के अनुसार वे सामान भी लाते हैं और आर्थिक सहायता भी करते हैं। इटली की क्लोडया, डायना, लॉरा, फ्लेविया आदि ने बताया कि इस स्कूल में आकर उन्हें बहुत अच्छा अनुभव हुआ। जो समय बच्चों के साथ बिताया वो हमारे लिए यादगार है, हम दोबारा वापस यहां आना चाहेंगे और बच्चों के साथ ज्यादा से ज्यादा क्वालिटी टाइम बिताएंगे।