मर्जी आई वैसे बंद कर दिए नाले, अब बारिश आई तो खुली पोल
उप महापौर बोले 50 जगह गया, ज्यादातर पर नाले ब्लॉक मिले
नाले को खोदकर पानी निकासी का रास्ता करते हुए। File Pic.
उदयपुर. सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण की शिकायतें सुनना तो आम है लेकिन नालों पर भी अतिक्रमण होगा यह सुनने में अजीब लगेगा लेकिन ऐसा शहर में कई जगह हुआ है। इसकी पोल पिछले दिनों हुई दो घंटे की बारिश के बाद भरे पानी से खुली। वैसे नगर निगम ऐसे स्थान चिन्ह्ति कर रहा है जहां पर नालों पर लोगों ने अतिक्रमण कर लिए है। नालों को बंद कर देने या उस पर निर्माण कर देने से उस क्षेत्र से गुजरने वाला पानी वहीं ठहर जाता है।
नालों को ऐसे बंद किया
– नाले को अंदर से पाट ऊपर पक्का निर्माण कर दिया
– नाले के अंदर कचरा और मलबा पटक उसे ब्लॉक कर दिया
– नाले को अंदर से बंद कर ऊपर रैम्प या निर्माण कर दिया
निगम ने चेताया, अब कार्रवाई
सिंघवी कहते है कि यदि किसी भी स्थान पर प्राकृतिक रूप से बहने वाले पानी को रोका गया है या किसी भी नाले को भराव डालकर या अन्य माध्यम से पाट देने का मामला शहरवासियों के ध्यान में आता है तो नगर निगम को शिकायत करें। अतिक्रमण हटाने के साथ ही सख्त कार्रवाई भी की जाएगी।
इनका कहना है…
मैने बारिश में पानी भरने की शिकायतों पर जिस दिन अच्छी बारिश हुई उसी रात से लेकर अगले दिन तक करीब 50 से ज्यादा प्वाइंट देखे। उनमें से ज्यादातर पर अतिक्रमण कर लिया या उसे बंद कर दिया। यह गलत कार्य है। हमने कई तो हाथों हाथ ही उसे तुड़वाएं और पानी की निकासी की।
– पारस सिंघवी, उप महापौर
Home / Udaipur / मर्जी आई वैसे बंद कर दिए नाले, अब बारिश आई तो खुली पोल