उदयपुर के 37 सरकारी छात्रावासों में बायामेट्रिक मशीनें बंद, विधायक ने उठाए सवाल
पत्रिका से बोले विधायक मशीन बंद रख गड़बडिय़ां होती है
मुकेश हिंगड़ / उदयपुर. राज्य विधानसभा में बुधवार को एक सवाल के जवाब में सरकार ने कहा कि उदयपुर जिले में संचालित 38 छात्रावासों में से 37 छात्रावास बायामेट्रिक मशीन बंद पड़ी है और सिर्फ 1 में मशीन चल रही है।
सदन में उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा ने उदयपुर जिले के छात्रावासों में बायोमैट्रिक मशीनों से उपस्थिति का सवाल किया था। सरकार ने जवाब में कहा कि जिले में मात्र एक अम्बेडकर छात्रावास प्रतापनगर-द्वितीय में बायोमैट्रिक मशीन से उपस्थिति होती है, शेष में मशीनें खराब है। सरकार ने कहा कि विभाग ने खराब मशीनों की सूचना मांगी गई है जिनकी तकनीकी समीक्षा कर ठीक कराई जाएगी। इधर, विधायक ने दूरभाष पर पत्रिका को बताया कि 37 छात्रावासों में मशीनों के बंद होने से गड़बडिय़ां की जा रही है, उन्होंने आरोप लगाया कि मशीनों को ठीक करने की शिकायत भी नहीं की गई होगी, की गई तो कब की, फिर मशीन ठीक क्यों नहीं हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि मशीनें गड़बडिय़ां रोकने के लिए लगाई लेकिन उससे उपस्थिति नहीं होने का मतलब यह बताता है कि मिलीभगत के खेल चल रहे है। सरकार ने मशीनों पर पैसा खर्च किया उसका भी दुरपयोग हो रहा है और अफसरों ने आंखे मूंद रखी है।
खराड़ी ने जजा योजनाओं पर किया सवाल
झाड़ोल विधायक बाबूलाल खराड़ी ने जनजाति उपयोजना क्षेत्र में उत्थान संचालित योजनाओं पर सवाल किया। जवाब देते हुए जजा राज्यमंत्री अर्जुनसिंह बामनिया ने बताया कि तीन सालों में 43426 करोड़ रुपए आवंटित किए गए जिसमें से 34776 करोड़ रुपए खर्च किए गए। बीच में विस में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया बोले कि इसमें वास्तवित खर्च कितना हुआ है यह बताए।
बर्ड पार्क में 3 पिंजरों के लिए बजट नहीं
विस में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने उदयपुर शहर में बर्ड पार्क पर सवाल किया। सरकार ने जवाब में कहा कि गुलाबबाग बर्ड पार्क में 11 पिंजरों के निर्माण में से 8 का कार्य पूर्ण हो चुका है, शेष तीन का निर्माण अधूरा है जिसे बजट की उपलब्धता पर पूर्ण कर लिया जाएगा। इसके इलावा एनिमल हॉस्पिटल, किचन, पब्लिक टॉयलेट, पाथवे, ऑवरहेड टैंक का कार्य पूर्ण हो चुका है। सरकार ने कहा कि एनक्लोजर का निर्माण पूर्ण होने पर बर्ड डिस्पले की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
मावली विस में 60 सडक़ें बजट के अभाव में अटकी
मावली विधायक धर्मनारायण जोशी ने सदन में विधानसभा क्षेत्र में 60 सडक़ें ऐसी है जो बजट के अभाव में अधूरी पड़ी है। उन्होंने बिनोता से माणक्यावास, मावली से साकरोदा होकर बनेड़ा, ईंटाली से बिलाखेड़ा, फतहनगर से लदानी आदि सडक़ों के उदाहरण भी सामने रखे। जोशी ने जीएसटी संशोधन विधेकय 2020 पर भी विचार रखते हुए कहा कि वैट पर जो चार प्रतिशत टैक्स लगा है उसे समाप्त करने की घोषणा की जाए, पेट्रोल-डीजल के कारण सारे सामान महंगे मिल रहे है। जोशी निजी विश्वविद्यालयों के विषय पर भी बोले। जोशी ने मावली विस में जनजाति क्षेत्र में कराए विकास पर भी सवाल किया, जिस पर सरकार ने किए कार्योँ की जानकारी देते हुए कहा कि वर्तमान में कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है।