—— यदि पहले कोई जांच हुई हो तो बताइए…? जैसे ही 18 जून को आग लगी तो शाम को जो कमेटी बनाई गई उसके अध्यक्ष डॉ महेश दवे थे। उस समय आग से प्रभावित सभी सामग्री व साक्ष्य वहीं पर थे। लेकिन पीडब्ल्यूडी व बिजली विभाग की ओर से करवाई गई सफाई के दौरान सभी साक्ष्य हटा दिए गए। सभी जगह सफाई करवा दी गई, सभी बिजली के बोर्ड हटाकर दीवारें साफ करवा दी गई। अब वर्तमान जांच कमेटी अध्यक्ष डॉ आरएल मीणा ने एसे कई सवाल दागते हुए प्राचार्य डॉ. डीपी सिंह और अधीक्षक डॉ लाखन पोसवाल से पत्र भेजा पूछा है कि यदि पहले चार दिन यानी 18 से 21 तक पूर्व अध्यक्ष व कमेटी ने आग लगने के कोई साक्ष्य जुटाए हो तो उपलब्ध करवाए जाएं।
—— नहीं मिली रिपोर्ट कमेटी के सदस्य व पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियन्ता से ही अध्यक्ष ने बिजली और डॉ. तरूण गहलोत से फायर फाइटिंग सिस्टम की रिपोर्ट मांग रखी है, लेकिन अभी तक ये रिपोर्ट नहीं मिलने के कारण भी समेकित रिपोर्ट में देरी हो रही है। इसे लेकर जांच कमेटी की ओर से स्मरणपत्र भेजा गया है। खास बात ये कि मेघवंशी कमेटी में सदस्य है इसके बाद भी रिपोर्ट देने में देरी कर रहे हैं।
—– रिपोर्ट कम्पाइल करने लगे हैं, लेकिन फिलहाल बड़ा सवाल आग लगने का कारण हल नहीं हुआ। 21 की शाम से इस कमेटी में जुड़ा हूं, इससे पहले 18 से 21 तक जो अध्यक्ष थे वह कुछ फोटोग्राफ व साक्ष्य जुटाए हो तो उपलब्ध करवाएं। अभी तो आग लगने के कोई साक्ष्य नहीं मिल रहे। मैं रिपोर्ट पूरी पारदर्शिता से दूंगा। पीडब्ल्यूडी ने पूरी सफाई करवा दी, विद्युत निगम ने सब कुछ हटवा दिया है, अब पता कैसे करें कि आग इस कारण से लगी।
डॉ. आरएल मीणा, अध्यक्ष जांच कमेटी —- अभी तो जांच कमेटी के पास 27 तक का समय है, कमेटी की ओर से रिपोर्ट तैयार हो रही है, दो दिन में सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।
डा. लाखन पोसवाल, अधीक्षक महाराणा भूपाल हॉस्पिटल उदयपुर