एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक, राजधानी
जयपुर के गन हाउसों से ही नगालैंड के करीब 80 से ज्यादा लाइसेंस से हथियार खरीदे गए हैं। गन हाउस के रिकॉर्ड से हर हथियार के मालिक के बारे में जानकारी हो जाएगी। आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) के जम्मू से बने अवैध हथियार लाइसेंस बनाने और बेचने के खुलासे के बाद उदयपुर की एसटीएफ ने नगालैंड के अवैध लाइसेंस पर हथियार खरीदने का पर्दाफाश किया। इसके बाद तीन दिन से जयपुर में उदयपुर की एसटीएफ की टीम डेरा डाले हैं। नगालैंड के अवैध हथियार लाइसेंस से हिस्ट्रीशीटर और अन्य आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों ने हथियार ले लिए हैं। खुलासे के बाद से सभी आरोपित फरार हैं।
READ MORE: Illegal Arms License Case: हथियार विक्रेताओं के ठिकानों पर छापे, प्रारंभिक जांच में ये बातें आयी सामने यहां से लिया रिकॉर्डस्थान गन हाउस हथियार
रामगंज शिकार गन हाउस 270
चांदपोल राजस्थान गन हाउस 84
चांदपोल जिंदल स्टोर 18
सीकर सीकर गन हाउस 107
गुलाटी रिमांड पर
एटीएस एडीजी उमेश मिश्रा ने बताया कि एटीएस ने रविवार को जज के आवास पर जम्मू से गिरफ्तार दीपक गुलाठी को पेशकर दस दिन का रिमांड लिया है। जिससे पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं। एटीएस मुख्यालय में गिरोह सरगना राहुल ग्रोवर, विशाल, जुबेर और दीपक से पूछताछ चलती रही।
गन हाउस पर पूछताछ : एसटीएफ ने जयपुर के रामगंज में शिकार गन हाउस मालिक नजीर, चांदपोल में राजस्थान गन हाउस के मालिक मुकेश शर्मा और जिंदल स्टोर के मालिक से पूछताछ कर रिकॉर्ड जब्त किया है। इसके साथ ही एसटीएफ की दूसरी टीम ने सीकर में सीकर गन हाउस पर पूछताछ की।
हर गन हाउस से नागालैंड के हथियार लाइसेंस से पिस्टल, रिवाल्वर और बंदूक खरीदी। सभी दुकानों से 2010 से अब तक का रिकॉर्ड लिया है, जिसकी छानबीन की जाएगी।
शैतान सिंह नाथावत, इंस्पेक्टर प्रभारी एसटीएफ उदयपुर