इस परियोजना को 25 जून 2018 में प्रारंभ करते हुए 24 दिसम्बर 2019 तक पुरा करने का लक्ष्य है इस परियोजना के लिए 1358.45 लाख रूपये का बजट एजेंसी द्वारा स्वीकृत किया गया है। इस परियोजना के तहत चार जल कमेटी उपभोक्ता संगठन डब्ल्यू यू ए का भी गठन किया जाएगा इससे किसानो की भागीदारी बढेगी।
READ MORE : उदयपुर के इस विश्वविद्यालय में एनसीसी शिविर के फाइरिंग रेंज का हुआ उद्घघाटन इन गांंवों में नहरों द्वारा सिंचाई के लिए छोड़़ा़ जाता है पानी- सिंचाई विभाग द्वारा वल्लभनगर बांध से करीब 22 गांंवों में किसानोंं को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध करवाया जाता है। जिसमें वल्लभनगर, करणपुर, रणछोडपुरा, नवानिया, किकावास, नेतावला, रेंठेड, मोरझाई, तारावट, धमानिया, शंभुपुरा, छपरा, रूण्डेडा, इंटाली, सियाखेडी, रूपावली, बागथल, नारायणपुरा प्रमुख है। इसमें से नहरोंं में अंतिम छोर वाले गांंवोंं में सें इंटाली, रूण्डेडा, नारायणपुरा, छपरा सहित कई गांवोंं में सीपेज से पानी पर्याप्त मात्रा में नहींं मिल पाता था लेकिन अब नहरों के सुधार होने से पर्याप्त मात्रा में पानी मिल सकेगा।