परिवर्तित व्यवस्था में तीन घण्टे की बजाय परीक्षा दो घण्टे की ही होगी। इसमे प्रश्न-पत्र के तीन खण्ड में से केवल दो ही खण्ड हल करना है। आखिरी ‘स’ खण्ड हल नहीं करना है।
तीन पारियों में सुबह 8 से 10, दोपहर 12 से 2 तथा शाम 4 से 6 बजे तक परीक्षा होगी। विद्यार्थियों को निर्धारित समय से आधे घण्टे पहले केंद्र पर पहुंचना होगा। सभी की थर्मल स्केनिंग और सेनिटाइजेशन होगा। सभी को अपने साथ मास्क, पीने का पानी और अपनी व्यक्तिगत सेनिटाइजर बोतल भी साथ लाने के निर्देश दिया गया है।
कुलपति ने सभी केन्द्राध्यक्षों को निर्देश दिया कि कोविड गाइडलाइन के अनुरूप पूरी गम्भीरता से परीक्षाएं करवाएं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं हो। कुलपति ने सभी की समस्याएं सुनी और सुझावों पर चर्चा की। जहां अधीक्षकों ने पुलिस जाप्ते का आग्रह किया, उन केंद्रों के लिए विवि सम्बंधित जिले के एसपी को पत्र लिखेगा। तैयारी बैठक में नियंत्रक डॉ. राजेश कुमावत और परीक्षा विभाग के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी लक्ष्मण रेगर मौजूद थे। परीक्षाओं के दौरान छात्रावास सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जाएगी। विश्वविद्यालय की चीफ वार्डन प्रो. मंजू बाघमार ने बताया कि यह सुविधा केवल उन्हीं विद्यार्थियों के लिए होगी, जिनकी परीक्षा की समयसारिणी घोषित हो चुकी होगी। टाइम टेबल से एक सप्ताह पूर्व छात्रावास खोल दिए जाएंगे।