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उदयपुर

क्षमायाचना है आत्मा का स्वाभाविक गुण

सकल दिगम्बर जैन समाज के पर्युषण पर्व शुरू, प्रथम दिन मनाया उत्तम क्षमा दिवस, निकली घट यात्रा

उदयपुरSep 15, 2018 / 02:31 am

Pankaj

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क्षमायाचना है आत्मा का स्वाभाविक गुण

उदयपुर . सकल दिगम्बर जैन समाज के दस दिवसीय पर्युषण पर्व शुक्रवार को शुरू हुए। हुमड़ भवन में प्रथम दिन उत्तम क्षमा दिवस मनाया गया। दस दिनों तक विविध आयोजन होंगे। प्रथम दिन सुबह 5.30 बजे ध्वजारोहण हुआ।
घट यात्रा और मण्डप शुुद्धि के आयोजन हुए।
इस मौके पर आयोजित धर्मसभा में सुमित्रसागर ने कहा कि पर्युषण पर्व का प्रथम दिवस उत्तम क्षमा है और आज हम उसे ही मना रहे हैं। समाज अध्यक्ष शांतिलाल वेलावत, महामंत्री सुरेशचन्द्र पदमावत ने बताया कि दोपहर 2.30 बजे जिन वाणी पूजन एवं तत्वार्थ सूत्र का वाचन हुआ। जैन जागृृति महिला मंच के तत्वावधान में शाम 7 बजे भक्ति संध्या हुई। इधर, आदिनाथ दिगम्बर चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से सेक्टर 11 स्थित आदिनाथ भवन में उत्तम क्षमा दिवस के रूप में पर्युषण पर्व का प्रथम दिन मनाया। महामंत्री मदन देवड़ा ने बताया कि आज भगवान आदिनाथ का पंचामृत अभिषेक किया गया। इधर, चित्रकूट नगर स्थित आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर संस्थान परिसर में आयोजनों की शुरुआत हुई। प्रचार संयोजक शांति कुमार कासलीवाल ने बताया कि प्रथम दिन उत्तम क्षमा के दिन से मनाया गया। आदिनाथ दिगम्बर जैन खण्डेलवाल युवा मंच, आदिनाथ दिगम्बर जैन खण्डेलवाल महिला मंडल की ओ से आयोजन हुए।
शुरू हुआ पूजन प्रशिक्षण शिविर
पाश्र्वनाथ क्रांति युवा संस्थान सेक्टर-4 की ओर से नागेन्द्रा भवन सेक्टर-4 में दस दिवसीय पूजन प्रशिक्षण शिविर और भक्तामर विधान और सम्मेद शिखर विधान का शुभारम्भ हुआ। मुख्य संयोजक निर्मल कुमार मालवी ने बताया कि सुबह 7 बजे शोभायात्रा से भगवान को मन्दिर से नागेन्द्रा भवन में लाया गया। अध्यक्ष रमेश कुमार देवड़ा ने बताया कि राष्ट्रसंत तरुण सागर के जयकारों के साथ पंडित संजय सरस के निर्देशन में गतिविधियां हुई।

आज उत्तम मार्दव दिवस
प्रचार प्रसार मंत्री पारस चित्तौड़ा ने बताया कि शनिवार को पर्यूषण पर्व का दूसरा दिन उत्तम मार्दव दिवस के रूप में मनाया जाएगा। दिगम्बर मंदिरों में पूजा अर्चना और विशेष प्रवचन होंगे।

क्षमापना दिवस के रूप में मनाया संवत्सरी पर्व
साध्वी गुणमाला ने कहा कि संवत्सरी महापर्व आत्म निरीक्षण का पर्व है। गत वर्ष में किए गए कार्यों का आत्मावलोकन करें तथा प्रतिक्रमण के अवसर पर गत वर्ष में आई राग-द्वेष ग्रंथि को समाप्त करें। वे तेरापंथ भवन में संवत्सरी पर धर्मसभा को संबोधित कर रही थीं। संवत्सरी पर हजारों श्रावक-श्राविकाओं ने निराहार रहकर उपवास किए। शनिवार को खमतखामणा की जाएगी। साध्वी लक्ष्यप्रभा, साध्वी प्रेक्षाप्रभा और साध्वी नव्यप्रभा ने विचार रखे।

उपवास करने वालों के पारणे
जैन श्वेताम्बर मूर्ति पूजक जिनालय समिति सेक्टर 4 में अट्ठाई व ग्यारह उपवास करने के पारणे हुए। सभी ने क्षमायाचना की। समिति अध्यक्ष सुशील कुमार बांठिया ने बताया कि शनिवार सुबह 6 बजे हिरणमगरी, सेक्टर 4 में बने चैत्य परिपाटी गाजे-बाजे से निकलेगी। मुनि शास्त्र तिलक विजय और श्रावक-श्राविकाएं चैत्य परिपाटी के साथ सवीना पाश्र्वनाथ के
लिए जाएंगे।

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