सूत्रों के मुताबिक पारसोला निवासी मोहम्मद मुस्लिम रजा पुत्र शेर मोहम्मद को हिरासत में लिया गया। वह करीब 10 साल से कन्हैया हत्याकांड के मुख्य आरोपी गौस मोहम्मद के संपर्क में था। दोनों के बीच बातचीत होती रहती थी।
प्रारंभिक जांच में बताया गया कि कन्हैयालाल हत्याकांड से पहले भी मुख्य आरोपी गौस मोहम्मद और मुस्लिम रजा की आपस में बातचीत हुई थी। ऐसे में आशंका जताई गई है कि मोहम्मद रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद की ओर से बनाई गई योजना में मुस्लिम रजा की भी भूमिका रही है।
कट्टरपंथी संगठन से जुड़ाव मुस्लिम रजा गांवों में पैकिंग फूड सप्लाई करता है। उसकी सोच 15-20 साल पहले से कट्टरपंथी रही है। अलग-अलग नम्बर की फेसबुक आइडी से पोस्ट वायरल करता। टीएलपी (तहरीक ए लब्बैक पाकिस्तान) से जुड़ाव भी सामने आया है। वह संगठन के लिए फंड जुटाता था। कुवैत से कई मुस्लिम देशों में भी गया। पीएफआइ, दावत-ए-इस्लामी संगठनों से भी संपर्क में था।
तीन दिन से चल रही थी जांच कन्हैया हत्याकांड के बाद गौस मोहम्मद से पूछताछ और उसकी कॉल डिटेल में मुस्लिम रजा का नाम सामने आया। इसी को लेकर एनआइए और एटीएस की टीम पारसोला पहुंच गई, जो बीते दो-तीन दिन से जांच करती रही। जांच के बाद सोमवार को टीम ने मुस्लिम रजा को नोटिस दिया और मंगलवार को उसे हिरासत में लेकर जयपुर रवाना हुई।
कन्हैया हत्याकांड अब तक आठ जने गिरफ्तार उल्लेखनीय है कि मालदास स्ट्रीट के भूतमहल इलाके में 28 जून को टेलर कन्हैयालाल की हत्या की गई थी। नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट अपलोड की, जब से धमकियां मिल रही थी। मोहम्मद रियाज अत्तारी व गौस मोहम्मद ने गला काटकर कन्हैया की हत्या की थी। आरोपियों ने दो वीडियो जारी करके हत्या की जिम्मेदारी ली। अब तक 8 जने गिरफ्तार हुए हैं।