एसडीएम शर्मा गुरुवार को राजस्थान पत्रिका से मुखातिब थे। सोशल मीडिया सहित कानोड़ के गली-मोहल्लों से चौराहों तक तहसील को लेकर चर्चाओं और अफवाहों के बीच पत्रिका ने यह मुलाकात की। एसडीएम ने दावा किया कि कानोड़ तहसील की अधिसूचना भी जल्द ही जारी होगी। भींडर तहसील की हाल ही जारी अधिसूचना बजट घोषणा के क्रम में थी। चूंकि कानोड़ तहसील की घोषणा बजट के बाद हुई है, इसलिए इसके नोटिफिकेशन में समय लग रहा है। नगरीय विकास मंत्री मंत्री श्रीचंद कृपलानी के निर्देशन में जो कमेटी कानोड़ तहसील को लेकर बनी थे, उसके अनुसार प्रपोजल जिला प्रशासन व सरकार को भेजा जा चुका है। भींडर और कानोड़ तहसील एक साथ शुरू होगी। एसडीओ ने विधायक रणधीरसिंह भींडर के बयान में दी सूचनाओं, जानकारियों की भी पुष्टि की। उन्होंने कहा, संभव है कि उनके बताए समय के अनुसार कानोड़ की अधिसूचना जारी हो जाए। रेवेन्यू प्रक्रिया पूरी होकर सरकार के पास फाइल जा चुकी है।
कानोड़वासी बरसों से तहसील की मांग कर रहे हैं। सरकार ने इस साल बजट सत्र के दौरान प्रदेश में नौ तहसीलों की घोषणा की थी। कानोड़वासी भी आस लगाए हुए थे, लेकिन पड़ोसी कस्बे भींडर का नाम आ गया। नाराजगी में कस्बावासियों ने संघर्ष समिति के बैनर तले 28 दिन आंदोलन किया था, जिसके बाद सरकार की ओर से विधायक भींडर ने कानोड़ में भी तहसील की घोषणा की थी। इस पर आंदोलन खत्म किया गया था। प्रशासनिक व सरकारी स्तर पर कानोड़ तहसील को लेकर यूडीएच मंत्री कृपलानी की अध्यक्षता में कमेटी भी बनाई गई थी, जिसमें संभागीय आयुक्त, कलक्टर, एसडीओ, विधायक भींडर आदि शामिल थे।