गत वर्ष बारिश कम होने से शहर की फतहसागर अपनी पूर्ण भराव क्षमता 13 फीट के मुकाबले 6.4 फीट ही भर पाया था। इसके बाद लगातार पेयजल सप्लाई और वाष्पीकरण के चलते इसका जलस्तर मानसून से पूर्व माइनस 6 फीट तक चला गया। गत सप्ताह अच्छी बारिश के बाद पिछोला में अच्छी आवक के बाद फतहसागर में पानी छोड़ा गया जिससे इसका जलस्तर बढकऱ 4.50 फीट हो गया है। गत नौ वर्ष में वर्ष 2018 को छोडकऱ 7 बार फतहसागर छलका है। वर्ष 2013 में यह अक्टूबर में छलका। अधिकतर बार फतहसागर सितंबर में छलकता रहा है। ऐसे में इस मानसून में भी इसके छलकने की पूरी उम्मीद है।
छोटा भी छलकने को आतुर
इधर, फतहसागर को भरने में सहायक मदार बड़ा छलकने लगा है। इसी प्रकार मदार छोटा तालाब भी अपनी भराव क्षमता 21 फीट के करीब पहुंच गया है। दोनों तालाब का पानी चिकलवास फिडर से होकर मदार नहर के माध्यम से फतहसागर में आता है। दोनों तालाबों में धीमी गति से पानी की आवक जारी है जिससे फतहसागर के भरने की उम्मीद भी बढ़ गई हैं।
कब-कब छलका फतहसागर
वर्ष … तारीख 2011 … 4 सितंबर 2012 … 13 सितंबर
2013 … 14 अक्टूबर 2014 … 13 सितंबर
2015 … 13 अगस्त 2016 … 17 अगस्त
2017 … 03 अगस्त
2018 … 6.4 फीट
2019 … वर्तमान 4.50 फीट