जनवरी के बाद से शादी व अन्य शुभ कार्यों के लिए कोई खास मुहूर्त नहीं होने के कारण लोग अप्रेल-मई के इंतजार में हैं। ज्यादातर लोगों ने इन्हीं महीनों में अपना कार्यक्रम तय भी कर रखा है। आखा तीज और रामनवमी के शुभ मुहूर्त पर कई शादियां होनी हैं। लेकिन, अब अचानक संक्रमण के मामले बढऩे से प्रशासन ने सख्ती कर दी है। मेहमानों की संख्या भी 100 की जा चुकी है। कोरोना के बढ़ते मामले शायद इस संख्या को भी कम करा सकते हैं। इस कारण शादी स्थगित कर आगे बढ़ाई जाए या कितने लोगों को न्योता दिया जाए, इस बात से शादी वाले घर बेहद चिंतित व असमंजस की स्थिति में हैं।
बैंड, कैटरिंग के सामने फिर मंडराया खतरा पिछले साल शादियां कोरोना के कारण ना होने पर बैंडबाजे के व्यवसाय व कैटरिंग आदि कई व्यवसायों पर पड़ा था। व्यवसायियों के अनुसार, पूरे सीजन में उनके पास काम नहीं था और इस बार फिर से जब शादियों का सीजन आया तो खतरा मंडराने लगा है। वहीं, वे भी चिंता में पड़ गए हैं कि कहीं शादियां और बुङ्क्षकग्स कैंसल ना हो जाए।