राजसमंद जिले की भीम तहसील के लाखागुड़ा निवासी जग्गाराम करीब 13 दिन पूर्व पेट दर्द की शिकायत होने उसकी पत्नी वरदी देवी को भाड़े की गाड़ी से उदयपुर स्थित इस चिकित्सालय में लेकर आया। उसने सोचा कि उसके पास भामाशाह कार्ड है जिससे वह पत्नी का सरकारी हॉस्पिटल में नि:शुल्क उपचार करवा लेगा। भामाशाह कार्ड दिखाने के बावजूद स्टाफ ने उसे सामान्य रोगी की तरह वार्ड में भर्ती किया और उपचार और जांचों के नाम पर उसे निजी प्रयोगशाला में धकेला गया, जहां जांचों के नाम पर सैकड़ों रुपए वसूले गए। बाद में ऑपरेशन के नाम पर जब उसे आवश्यक शुल्क जमा करवाने को कहा गया, तो उसे हकीकत को पता चला। वह गिड़गिड़ाता रहा और स्टाफ से मन्नतें करता रहा कि उसके पास भामाशाह कार्ड है। इसके बावजूद उसे अनसुना कर दिया गया।
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अब नई भर्ती
गरीब की आवाज को दबता देख कुछ लोगों ने उसके समर्थन में स्टाफ से बात की। तब स्टाफ ने मजबूर होकर उसे भामाशाह कार्ड के हवाले से नई भर्ती दिखाते हुए रोगी को वार्ड 11 से वार्ड 102 में शिफ्ट किया। अब उसका उपचार भामाशाह कार्ड के माध्यम से हो रहा है, लेकिन ऑपरेशन की वरीयता सूची में उसका नंबर अब नीचे चला गया है। इधर, पत्नी के ऑपरेशन के लिए आवश्यक ओ नेगेटिव ब्लड नहीं मिल रहा है जिससे पीडि़ता वरदी देवी का दर्द बढ़ता जा रहा है। जग्गा राम की मानें तो उसकी पत्नी अब ठीक होती नहीं दिख रही। स्टाफ का विरोध करने पर उसके उपचार में लापरवाही भी बरती जा रही है। उसे लगता है कि चिकित्सालय स्टाफ की लापरवाही से उसकी पत्नी की मौत भी हो सकती है।
अब नई भर्ती
गरीब की आवाज को दबता देख कुछ लोगों ने उसके समर्थन में स्टाफ से बात की। तब स्टाफ ने मजबूर होकर उसे भामाशाह कार्ड के हवाले से नई भर्ती दिखाते हुए रोगी को वार्ड 11 से वार्ड 102 में शिफ्ट किया। अब उसका उपचार भामाशाह कार्ड के माध्यम से हो रहा है, लेकिन ऑपरेशन की वरीयता सूची में उसका नंबर अब नीचे चला गया है। इधर, पत्नी के ऑपरेशन के लिए आवश्यक ओ नेगेटिव ब्लड नहीं मिल रहा है जिससे पीडि़ता वरदी देवी का दर्द बढ़ता जा रहा है। जग्गा राम की मानें तो उसकी पत्नी अब ठीक होती नहीं दिख रही। स्टाफ का विरोध करने पर उसके उपचार में लापरवाही भी बरती जा रही है। उसे लगता है कि चिकित्सालय स्टाफ की लापरवाही से उसकी पत्नी की मौत भी हो सकती है।
जानकारी में नहीं
मुझे इस मामले में जानकारी नहीं मिली है। पता कर रोगी को उचित उपचार सुविधा प्रदान की जाएगी।
डॉ. विनय जोशी, अधीक्षक, एमबी हॉस्पिटल
मुझे इस मामले में जानकारी नहीं मिली है। पता कर रोगी को उचित उपचार सुविधा प्रदान की जाएगी।
डॉ. विनय जोशी, अधीक्षक, एमबी हॉस्पिटल