16 स्कूलों में वितरित किए 560 टेबलेट सरकार की ओर से बालिकाओं को डिजीटली सशक्त करने के लिए ये पहल की गई है। टेबलेट में ई-कंटेंट दिया गया है, जिससे बालिकाएं आसानी से इसके माध्यम से पढ़ाई कर सकेगी। पहले फेज में 8 से 10वीं की छात्राओं के लिए टेबलेट्स आए हैं। इसके बाद 12वीं तक के लिए टेबलेट्स आएंगे। जिले के 8 ब्लॉक की कुल 16 चयनित स्कूल्स को कुल 560 टेबलेट वितरित किए गए हैं। इसमें गोगुन्दा, झाड़ोल, सराड़ा, खेरवाड़ा, फतहनगर, कानोड़, खेरोदा, मावली, बालिका रेजीडेंसी, जगदीश चौक, सुंदरवास, अम्बामाता के बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय एवं राउमावि सरू (गिर्वा) शामिल है। रेजीडेंसी स्कूल में स्थापित नई टेब लैब्स में बालिकाओं ने पढ़ाई शुरू कर दी है।
डिजिटल माध्यम द्वारा बालिका शिक्षा को सुदृढ़ करने के लिए राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद ने सहयोगी संस्थाओं के साथ मिलकर मिशन बुनियाद कार्यक्रम की परिकल्पना की है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य राज्य के 6 जिलों में 35 हजार छात्राओं के लिए डिजिटल लर्निंग इंफ्र ास्ट्रक्चर को सशक्त करना, सीनियर सेकंडरी छात्राओं के विद्यालय से जुड़ाव एवं ड्रॉपआउट को कम करने के साथ उनके लर्निंग आउटकम को बढ़ाना है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य अधिक से अधिक बालिकाओं तक डिजिटल पहुंच बनाना है, जो डिजिटल शिक्षण माध्यमों से वंचित है। डिजिटल माध्यम में बलिकाओं की शिक्षा को सुनिश्चित करने के लिए मिशन बुनियाद कार्यक्रम के तहत पाठ्य सामग्री से युक्त 4 हजार टेबलेट वितरण किया जाना है।
स्कूल- नामांकन आठवीं से दसवीं में – टेबलेट्स की संख्या खेरोदा – 217 – 30
कानोड़ – 180 – 40 सरू- 176 – 40
रेजीडेंसी – 135 – 20 अंबामाता – 260 – 40
सेक्टर 11- 247 – 30
जगदीश चौक- 107- 30 सुंदरवास- 117- 30
गोगुंदा- 263 – 30 झाड़ोल- 158 – 40
खेरवाड़ा – 339 – 90 फतहनगर- 158 – 30
सराड़ा- 219- 30 चावंड- 162 – 30
सायरा- 134 – 30
इनका कहना है..
प्रथम चरण में कक्षा 8 से 10 तक की बालिकाओं को लाभान्वित किया गया है। इन टेबलेट में पाठ्यक्रम का ई- कंटेंट इंस्टॉल किया हुआ है। इन्हें ऑपरेट करने के लिए इंटरनेट की आवश्यकता नहीं रहेगी,जबकि विद्यार्थियों के द्वारा किए गए उपयोग की मॉनिटरिंग विद्यालय, जिला एवं राज्य स्तर पर डैशबोर्ड के माध्यम से की जा सकेगी।