शिवानी दीदी ने कहा कि कलयुग में आराम की चीजें भी दुख का कारण बन गई हैं जैसे कि फोन। फोन बना तो आराम देने के लिए था मगर बहुत से लोग इससे दुखी हो जाते हैं। ऐसे में हम जो भी काम कर रहे हैं उसका इंटेशन क्लीयर होना चाहिए। कोई भी नया कार्य शुरू करते हैं तो उसमें सबसे पहले परमात्मा की याद का श्रेष्ठ संकल्प डालना है। कई बार हम कहते हैं कि कार्य शुरू होते ही उसमें विघ्न आ जाते हैं, हम दुआ करते हैं कि विघ्न हट जाएं लेकिन जो कार्य शुरू से ही परमात्मा व लोगों की दुआ से शुरू हो रहा है उसमें विघ्न आ ही नहीं सकता। आप घर बाहर या कारोबार में हो, या कोई भी काम करो। सबसे पहले संकल्प करो कि मेरे हर काम में परमात्मा की शक्तियां भरी हुई हैं। परमात्मा की याद की एनर्जी से किया गया काम सफल होता है क्योंकि वहां हर काम अच्छा काम है। इस अवसर पर उदयपुर ब्रह्माकुमारीज सेंटर की बीके रीटा दीदी और बीके विजलयलक्ष्मी दीदी ने भी आशीर्वचन दिए।