थानाधिकारी चेनाराम ने बताया कि गजेन्द्र की हत्या के मामले में मल्ला तलाई हाल भीलूराणा कच्ची बस्ती निवासी कृष्णा हरिजन पुत्र घनश्याम बारेसा, गरीब नवाज कॉलोनी निवासी अरबाज पुत्र अनवर खान और हिरणमगरी सेक्टर 3 स्थित भोपा मगरी निवासी प्रवीण उर्फ प्रिन्स पुत्र जसपालङ्क्षसह नंदा को गिरफ्तार किया है। हालांकि पुलिस ने यह नहीं बताया कि आरोपियों को कहां से पकड़ा गया, लेकिन यह सामने आया है कि हत्या के बाद ये आरोपी चित्तौडगढ़़ भाग गए थे, जहां स्टेशन के पास चौकी पर इन्होंने समर्पण कर दिया था। पुलिस इन्हें वहां से पकड़ कर उदयपुर लाई। थानाधिकारी ने बताया कि जेल में बंद मृतक के पिता को पेरोल पर भेजने का अधिकार कोर्ट पर है। परिजनों ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया है जिस पर मंगलवार तक कोई निर्णय होने की संभावना है।
सुनील ने दिए हथियार,बाइक… गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस को बताया कि सुनील लोट ने ही उन्हें पिस्टल और बाइक उपलब्ध करवाई थी। ये सभी उसके साथ काम करते थे। पुलिस सुनील की तलाश कर रही है। इसके अलावा पुलिस ने एफआईआर में नामजद मुख्य आरोपी सुनील लोट की बहन वीना, रमेश चंदेल, दीपक उर्फ गुड्डू चंदेल, रजनीश चंदेल की मामले में भूमिका की जांच कर रही है।
READ MORE : उदयपुर मेें शंभूलाल समेत 9 जनों को उम्रकैद, एडीजे कोर्ट का एेेेेतिहासिक फैसला, इस मामले में सुनाई गई है सजा.. खून का बदला खून….. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि सुनील के भाई विक्रम की हत्या का जेल से बाहर आए गजेन्द्र को मारकर बदला लिया गया। सुनील खून का बदला खून से ही लेना चाहता था। सुनील के पकड़ में आने पर ही मामले में और खुलासे हो सकते हैं। इधर, इस हत्याकाण्ड में नामजद पार्षद रमेश चंदेल और उनके पुत्रों ने बेवजह रंजिश के चलते फंसाने की बात कही है।
यह था मामला अंबामाता थाना क्षेत्र में एकलिंगनाथ गार्डन के पास शनिवार को गजेन्द्र छापरवाल की गोलियां मारकर तीन युवकों ने हत्या कर दी थी। मृतक गजेन्द्र, उसके पिता और अन्य आरोपियों ने ढाई वर्ष पूर्व सुनील लोट के भाई विक्रम की घर में घुसकर हत्या कर दी थी जिसके बाद से रंजिश चल रही थी। जेल से बाहर आते ही सुनील ने अपने साथियों के जरिये गजेन्द्र की हत्या करवा दी।