पुलिस udaipur Police ने बताया कि मृत युवक तीर्थ 27 जुलाई को अहमदाबाद निवासी निरुति उर्फ नेहा देशमुख व उसकी भतीजी निशा उर्फ तमन्ना के साथ उदयपुर आया था। यहां तीनों होटल सम्राट में कमरा नम्बर 9 में ठहरे। 28 जुलाई को दोनों महिलाएं कमरे से बाहर कहीं चली गई। कुछ देर बाद दानिश अपने साथी कादिर के साथ होटल पर पहुंचा। उसे होटलकर्मियों ने रोका तो तीर्थ को सबक सिखाने की बात कहते हुए एक बार वहां से चला गया। रात 9 बजे कादिर, शाद खान व फरदीन होटल में आए। करीब एक घंटे रुके। तीनों ने इस दौरान शराब व शीतय पेय भी दिया। करीब एक घंटे बाद वेटर कमरा नम्बर 9 के पास वाले रूम में पहुंचा तो दरवाजे के पास ही तीर्थ मृत पड़ा था। उसके मुंह व पेट पर चाकू से वार थे। होटल मैनेजर केलवाड़ा (राजसमंद) निवासी विजयसिंह पुत्र भीमिसिंह राठौड़ ने पुलिस व सेठ को सूचना दी। सूचना पर सूरजपोल थानाधिकारी रामसुमेर मय जाप्ते ने मौके पर पहुंचकर शव को एमबी चिकित्सालय MB hospital udaipur पहुंचा। दोपहर बाद पोस्टमार्टम करा शव परिजनों के सुपुर्द किया।
एएसपी गोपालस्वरूप मेवाड़ा ने बताया कि पुलिस ने रात को निरुति उर्फ नेहा देसमुख व उसकी भतीजी निशा उर्फ को हिरासत में लेने के साथ ही होटल के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो उन्हें आरोपी कैद मिल गए। महिलाओं के पहचानने पर पुलिस ने रात को दबिश दी तो सभी गायब मिले। सूचना के बाद पुलिस ने तीनों आरोपी कादिर, शाद खान व फरदीन को पाली से गिरफ्तार किया। दानिश अभी फरार है। पुलिस ने बताया कि कादिर ने पाली पहुंचते ही वहां पर अपने बाल कटवाकर हुलिया बदल लिया था।
पुलिस ने बताया दानिश मूलत: अहमदाबाद Ahmedabad के जमालपुर का रहने वाला है। उसका मल्लातलाई में ननिहाल है। अहमदाबाद में बैंक में नौकरी के दौरान ही वह अपने से 12 साल बड़ी उम्र की नेहा के सम्पर्क में आ गया। तलाशशुदा व दो बच्चों की मां होने के बावजूद वह अहमदाबाद में ही उसके साथ रहने लगा। अहमदाबाद में नेहा के साथ उसकी भतीजी निशा भी रहती थी। दानिश से अहमदाबाद में मिलने के बहाने कादिर व अन्य आरोपियों की भी निशा से दोस्ती हो गई। दानिश के परिजनों को पता चलने पर उन्होंने उसे घर से निकाल दिया। वह महिला को लेकर उदयपुर आया और यहां तीन माह रहा। महिला का आरोप है कि उसने इस दौरान उस दौरान निकाह भी की। कुछ समय बाद दानिश ने उसे छोड़ दिया तो महिला अपनी भतीजी व तीर्थ को साथ लेकर दानिश से सुलह के लिए उदयपुर आया। यहां दानिश से मुलाकात नहीं हुई लेकिन कादिर व अन्य आरोपियों ने सुलह के दौरान ही विवाद होने पर तीर्थ को मार डाला।
एसपी ने बताया कि उपाधीक्षक राजीव जोशी के नेतृत्व में सीआई रामसुमेर, हेडकांस्टेबल तेजसिंह, शरीफ खां,ओमवीर, कांस्टेबल प्रवीण, शक्तिसिंह, राघवेन्द्र व उमेश ने 24 घंटे के कम समय में ही हत्याकांड का खुलासा कर आरोपियों को पकडऩे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पूरी टीम को सम्मानित किया जाएगा।