कांटे के मुकाबले को लेकर चर्चित नगर पालिका कानोड़ के चुनावी रूझान और शुरुआती परिणामों ने एक बार तो लोगों को कांग्रेस का बोर्ड बनने के सपने दिखा दिए। जीत का खाता खोलते ही कांग्रेसी समर्थक जोश में आ गए। पहले राउंड में चार वार्डों के परिणामों में कांग्रेस ने खाता खोला। वहीं दूसरे राउंड में वार्ड संख्या 5 व 6 से भाजपा ने जीत दर्ज कराई। साथ ही कांग्रेस की जीत का सिलसिला एकबारगी थमता दिखा। वार्ड 7 के परिणामों के साथ जनता सेना ने पहला खाता खोला। फिर वार्ड 8 , 9 ,10 में भाजपा तो 11 में जनता सेना ने जीत दर्ज की । वार्ड 12 व 13 में भाजपा, 14 व 15 व 18 में फिर कांग्रेस की जीत बोर्ड बनाने की ओर बढ़ी, लेकिन वार्ड 19 व 20 में जनता सेना ने दोनों ही दलों की जीत में रोड़ा बनते हुए गणित की जोड़-बाकी बिगाड़ दी। जनता सेना ने निर्दलीय होकर छह सीट हथियाई। जनता सेना की इस जीत के साथ दोनों ही बड़े राजनीतिक दल साइलेंट मोड पर आ गए।
कानोड़ पालिका चुनाव में मतदाताओं के वोटिंग परिणाम से बराबरी की जीत ने हर राजनीतिक दल को जश्न मनाने का मौका दिया। भाजपा और कांग्रेस समर्थकों में धुर विरोधियों के बराबर रहने की खुशी थी तो जनता सेना में बड़े संगठनों के बीच अच्छा मुकाम बनाने को लेकर उत्साह था। जीत के इस जश्न में कांग्रेस का कोई धुरंधर मौके पर नहीं दिखा। ब्लॉक अध्यक्ष सूरजमल मेनारिया , नगर अध्यक्ष सुनील शर्मा, अयूब खान पठान, दयाल सुथार सहित मौजूद थे। वहीं भाजपा देहात जिलाध्यक्ष भंवरसिंह पंवार, वल्लभनगर प्रभारी उदयलाल डांगी व मण्डल अध्यक्ष भगवतीलाल शर्मा के इस जीत के जश्न में शामिल हुए। वहीं जनता सेना के सुप्रीमो रणधीरसिंह भींडर की मौजूदगी में कार्यकर्ता उत्साहित दिखाई दिए।
कानोड़ पालिका का भविष्य समर्थन की राजनीति पर ही तय हैं। राष्ट्रीय स्तर पर धुरविरोधी का तमगा प्राप्त कांग्रेस और भाजपा आपस में मिलकर बोर्ड बनाती हैं तो यह पूरे देश के लिए नया इतिहास हो सकता है। इसलिए ऐसा होने की संभावनाएं कम हैं। इसलिए तीसरे दल के तौर पर दोनों ही राजनीतिक दलों को बोर्ड बनाने के लिए जनता सेना की शरण में जाना ही होगा। ऐसे में स्थानीय राजनीति में बराबरी का वर्चस्व रखने वाले विधायक गजेंद्रसिंह शक्तावत से दिली दूरी के बीच जनता सेना किसी भी हाल में कांग्रेस के साथ नहीं जा सकती। चूंकि जनता सेना सुप्रीमो पार्टी गठन से पूर्व भाजपा का हिस्सा था तो पुराने विचारों के बीच जनता सेना भाजपा को समर्थन दे सकती है या फिर सत्ता में साझेदार बन सकती है। बशर्तें कि भाजपा की ओर से उसे न्योता मिले। खुद जनता सेना सुप्रीमो रणधीरसिंह भींडर का भी कहना है कि भाजपा उन्हें न्योता देती है तो वह समर्थन दे सकते हैं। कांग्रेस का साथ देने से भींडर ने इनकार किया।
क्षेत्रीय राजनीतिक के दिग्गज मानें जाने वाले बहुत से नेताओं को इस चुनाव में मात मिली है। वार्ड 8 में कांग्रेस नेता सुनील चौबीसा को भाजपा के दीपक शर्मा ने बुरी तरह हराया। यहां जनता सेना दूसरे पायदान पर रही। भाजपा मण्डल अध्यक्ष भगवतीलाल शर्मा के वार्ड 11 में भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ा। वहीं जनता सेना ने कांग्रेस नेता व पूर्व पालिका उपाध्यक्ष सुशीला टेलर को तीसरे पायदान पर धकेलते राजकुमारी कामरिया के साथ जीत दर्ज की । वार्ड 19 में नेता प्रतिपक्ष दिलीप सिंह सोलंकी, जनता सेना के भवानी सिंह चौहान से चुनाव हार गए । यहां जीत का अंतर जितने वोटों का रहा उतने वोट भी नेता प्रतिपक्ष को नहीं मिल पाए। वहीं वार्ड 16 में भाजपा के देहात जिला पदाधिकारी गिरधारी लाल सोनी को जनता सेना के प्रकाश लक्षकार ने हराया। वार्ड 20 में कांग्रेस के पूर्व पार्षद व प्रवक्ता अनिल कोठारी को जनता सेना के पारस नागौरी ने हराया। वार्ड 9 में कांग्रेस नगर अध्यक्ष व नगर पालिकाध्यक्ष अनिल शर्मा के वार्ड में भाजपा ने जीत दर्ज की। वार्ड 10 में भाजपा के दौलतराम भोई ने पूर्व पार्षद बजरंगदास वैष्णव व वार्ड 13 से भाजपा के लक्ष्मीलाल ओड़ ने पूर्व पार्षद लोकश सुथार को चुनावी दंगल में बुरी तरह पटखनी दी।
यह अधिकारी रहे मौजूद
मतगणना स्थल के बाहर व अंदर काफी संख्या में प्रशासनिक अधिकारी व भारी पुलिस बल तैनात रहा। चुनाव पर्यवेक्षक ओपी शर्मा, रिर्टनिंग अधिकारी शैलेश सुराणा , कानोड़ तहसीलदार रामनिवास मीणा, भीण्डर तहसीलदार रामसिंह राव , ग्रामीण एडीशनल एसपी अताउर्र रहमान, मावली डिप्टी बोराज सिंह , वल्लभनगर पुलिस उपअधीक्षक हितेश मेहता, वल्लभनगर सीआई महिपाल सिंह , सीआइडी से भगवत सिंह शक्तावत , कानोड़ थानाधिकारी देवेन्द्र सिंह देवल, भीण्डर थानाधिकारी पुनाराम गुर्जर , खेरोदा थानाधिकारी रणजीत सिंह , सहित अतिरिक्त पुलिस बल के जवान तैनात रहे।
वार्ड संख्या, जीता प्रत्याशी/ पार्टी, हारा प्रत्याशी/दल, जीत का अंतर
01 नरेंद्रसिंह बाबेल (कांग्रेस) मनोहरसिंह चौहान (जनता सेना) 12
02 नम्रता कंवर सोलंकी (कांग्रेस) सरिता सोलंकी (जनता सेना) 30
03 गोपाल खटीक (कांग्रेस) दौलतराम (भाजपा) 84
04 चंदा देवी मीणा (कांग्रेस) केसर मीणा (भाजपा) 81
05 दुर्गा मीणा (भाजपा) अणसी मीणा (कांग्रेस) 63
06 गुड्डी बाई मीणा (भाजपा) हीरा कुमारी मीणा (जनता सेना) 24
07 प्रेम देवी चौहान (जनता सेना) भगवती बाई व्यास (भाजपा) 61
08 दीपक प्रसाद शर्मा (भाजपा) मनोज शर्मा (जनता सेना) 110
09 लोकेश पुरोहित (भाजपा) योगेश जारोली (कांग्रेस) 81
10 दौलतराम भोई (भाजपा) बजरंगदास वैष्णव (जनता सेना) 80
11 राजकुमारी कामरिया (जनता सेना) शालू जैन (भाजपा) 18
12 लाली बाई मेघवाल (भाजपा) राजूबाई मेघवाल (कांग्रेस) 29
13 लक्ष्मीलाल ओड़ (भाजपा) लोकेश सुथार (जनता सेना) 47
14 भैरूलाल गायरी (कांग्रेस) हितेंद्र सुथार (भाजपा) 11
15 बाबूलाल रेगर (कांग्रेस) तेजप्रकाश रेगर (भाजपा) 114
16 प्रकाश लक्षकार (जनता सेना) गिरधारीलाल सोनी (भाजपा) 132
17 कोमल चौधरी (जनता सेना) प्रभुलाल खटीक (भाजपा) 68
18 सोनिया बागवान (कांग्रेस) शिल्पा मोदी (भाजपा) 171
19 भवानीसिंह चौहान (जनता सेना) दिलीपसिंह सोलंकी (कांग्रेस) 102
20 पारस नागौरी (जनता सेना) nagar nigam news अखिलेश त्रिवेदी (भाजपा) 23