—– कानूनी पहलुओं का समावेश पहले इलेक्टिव पेपर में आयकर कानून और कर प्लानिंग होता था। अब आयकर कानून और निगम कर योजना हो गया है। व्यवसाय के कानूनी पहलुओं पर जोर दिया गया है। नए सिलेबस में भारतीय संविदा अधिनियम-1872, माल विक्रय अधिनियम-1930, प्रक्रा य लिखित अधिनियम-1881, कंपनी अधिनियम-2013, प्रतिस्पर्धा अधिनियम-2002, आईटी एक्ट-2000, सूचना का अधिकार अधिनियम-2005 के साथ बौद्धिक संपदा अधिकार और जीएसटी को जोड़ा गया है। कॉमर्स का सिलेबस अब ज्यादा व्यावहारिक हो गया है।
—– पेपर में होंगे १०० सवाल
पेपर में 100 सवाल होंगे। इनके लिए दो घंटे का समय मिलेगा। इस बार नेट की तैयारी करने वाले अ यर्थी यदि गत वर्षों के रेफ्रेंस लेंगे तो उन्हें इसका फायदा मिल सकता है। नेट परीक्षा के लिए ाासतौर पर 11वीं कक्षा से लेकर एम कॉम तक की किताबों का सारांश पढऩा अ यर्थी के लिए बेहतर हो सकता है।
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यहां मिलेगा नया सिलेबस
पेपर में 100 सवाल होंगे। इनके लिए दो घंटे का समय मिलेगा। इस बार नेट की तैयारी करने वाले अ यर्थी यदि गत वर्षों के रेफ्रेंस लेंगे तो उन्हें इसका फायदा मिल सकता है। नेट परीक्षा के लिए ाासतौर पर 11वीं कक्षा से लेकर एम कॉम तक की किताबों का सारांश पढऩा अ यर्थी के लिए बेहतर हो सकता है।
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यहां मिलेगा नया सिलेबस
यूजीसी नेट ऑनलाइन की साइट पर नया सिलेबस उपलब्ध है। साइट पर जाकर न्यू सिलेबस पर क्लिक करने पर जो ाी बदलाव हुआ है, वह मिल जाएगा। —–
सिलेबस बदल गया है, कॉमर्स में कानूनो का विशेष महत्व है इसलिए इन्हें जोड़ा गया है। नेट परीक्षा ऑनलाइन होगी। केट की तरह ही नेट की परीक्षा होने लगी है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी इस बार यह परीक्षा करवा रही है।
प्रो जी सोरल, डीन पीजी सुविवि
सिलेबस बदल गया है, कॉमर्स में कानूनो का विशेष महत्व है इसलिए इन्हें जोड़ा गया है। नेट परीक्षा ऑनलाइन होगी। केट की तरह ही नेट की परीक्षा होने लगी है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी इस बार यह परीक्षा करवा रही है।
प्रो जी सोरल, डीन पीजी सुविवि