प्रभु के सम्मुख देखते ही बनी निराहार और निर्जल भक्तों की श्रद्धा
प्रभु के सम्मुख देखते ही बनी निराहार और निर्जल भक्तों की श्रद्धा
– निर्जला एकादशी पर गूंजे जयकारे- मंदिरों में उमड़ी भक्तों की भीड़- जगदीश चौक व आसपास के क्षेत्रों में दिनभर मेले सा माहौल
उदयपुर•Jun 14, 2019 / 06:43 pm•
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प्रभु के सम्मुख देखते ही बनी निराहार और निर्जल भक्तों की श्रद्धा
प्रमोद सोनी उदयपुर . निर्जला एकादशी पर गुरुवार को शहरवासी भगवान की भक्ति के रंग में रंगे नजर आए। घरों से लेकर मंदिरों तक उत्साह रहा। इस अवसर पर शहर के मंदिरों में विविध अनुष्ठान हुए। श्रद्धालुओं ने निर्जल रहकर ठाकुर जी के दर्शनकर दान पुण्य किया। पर्व को लेकर जगदीश चौक व आसपास के क्षेत्रों में मेले-सा माहौल रहा।आसमान में सुबह से बादल छाने से मौसम में ठंडक रही। इस अवसर पर एकादशी पर्व पर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह रहा। सुबह से ही मंदिरों में दर्शनों को लम्बी कतारें लगनी शुरू हो गई। श्रद्धालुओं ने भगवान जगन्नाथ, महालक्ष्मी एव श्रीकृष्ण भगवान के मंगला चरण व आरती दर्शन का लाभ लिया। कई श्रद्धालु कमल पुष्प लेकर भगवान के दर्शनों को पहुंचे। भगवान जगन्नाथ को सुबह पंचामृत स्नान के बाद केसरिया वस्त्रों का विशेष श्रृंगार धराया गया। दोपहर को भोग आरती के दर्शन हुए जो देर तक चले। इस दौरान पूरा मंदिर परिसर भगवान जगन्नाथ के जयकारों से गूंजायमान रहा। श्रद्धालुओं ने निर्जल रहकर भगवान को पानी की छोटी मटकी व आम आदि भेंट किए।इस दौरान मंदिर परिसर सहित जगदीश चौक में श्रद्धालुओं के लिए देवस्थान विभाग, धर्मोत्सव समिति, रथ समिति आदि की ओर से छाया पानी की विशेष व्यवस्था की गई। निर्जला एकादशी पर श्रीनाथ मंदिर, अस्थल मंदिर, बाईजी राज कुंड, मीठाराम मंदिर आदि में भी विशेष अनुष्ठान हुए व भक्तों का तांता लगा रहा।गुलाबबाग में भरा मेलाएकादशी पर इस बार भी गुलाबबाग में मेला भरा। भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए गांवों से आने वाले श्रद्धालु गुलाब बाग पहुंचे जहां उन्होंने मेले का आनंद लिया। दोपहर में बादल होने से मेले का मजा दोगुना हो गया। इस दौरान ग्रामीणों ने फलाहारी कर गुलाबबाग में लगी स्टालों पर भी घरेलू सामान की खरीदारी की। एकादशी पर जगदीश मंदिर में श्रद्धालुओं के लिये विशेष व्यवस्था की गई। मंदिर परिसर के साथ ही जगदीश चौक में भी छाया व पंखे की व्यवस्था की गई। विभिन्न संगठनों ने जगदीश मंदिर मार्ग पर टेंट लगाकर दर्शनार्थियों के लिए जलपान की व्यवस्था की। व्रतधारियों के लिए भी विभिन्न स्थानों पर फ लाहार आदि का बंदोबस्त किया गया।रुक्मणी विवाह की कथासिसारमा स्थित बैंद्यनाथ महादेव मंदिर में निर्जला एकादशी पर पं. राजेश वैष्णव ने रूक्मणी विवाह की कथा की। इस दौरान उन्होंने कृष्ण जन्म से लेकर विवाह तक के वृतांत कथा में सुनाए। कथा के दौरान रोशनलाल अरोड़ा की ओर से सभी को फलाहारी प्रसाद वितरित किया गया। तुलसी के पौधे वितरित चांदपोल सेवा समिति की ओर से निर्जला एकादशी पर जाड़ा गणेश जी मंदिर में 5 हजार तुलसीजी के पौधे नि:शुल्क वितरित किए गए। इस अवसर पर भाजपा उदयपुर शहर जिलाध्यक्ष रविन्द्र श्रीमाली, पूर्व सभापति युधिष्ठिर कुमावत सहित कई अन्य उपस्थित थे।
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