आज उड़ेंगी पतंगें
निर्जला एकादशी पर मेवाड़ में पतंगें उड़ाने की परंपरा रही है। ऐसे में इस दिन बच्चे व बड़े जमकर पतंगें उड़ाते हैं। पर्व को देखते हुए शहर की पतंगों की दुकानें पहले ही सज गई थीं। दुकानों पर कागज से लेकर पन्नी तक की और विभिन्न तरह की डिजाइन की पतंगें उपलब्ध हैं। कोरोना काल होने के कारण पिछले साल भी लोगों ने अपने-अपने घरों की छतों पर ही पतंगें उड़ाई थी। वहीं, इस साल भी गाइडलाइंस की पालना के तहत ही पतंगबाजी की जाएगी।
निर्जला एकादशी पर मेवाड़ में पतंगें उड़ाने की परंपरा रही है। ऐसे में इस दिन बच्चे व बड़े जमकर पतंगें उड़ाते हैं। पर्व को देखते हुए शहर की पतंगों की दुकानें पहले ही सज गई थीं। दुकानों पर कागज से लेकर पन्नी तक की और विभिन्न तरह की डिजाइन की पतंगें उपलब्ध हैं। कोरोना काल होने के कारण पिछले साल भी लोगों ने अपने-अपने घरों की छतों पर ही पतंगें उड़ाई थी। वहीं, इस साल भी गाइडलाइंस की पालना के तहत ही पतंगबाजी की जाएगी।
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