scriptसुविवि : अब कलर रेनबो फोटो वाली मिलेगी डिग्री-मार्कशीट, दूसरे राज्यों में फर्जीवाड़े से सबक लेकर किया बड़ा फैसला | Now, MLSU will provide rainbow photo marksheet at udaipur | Patrika News
बाड़मेर

सुविवि : अब कलर रेनबो फोटो वाली मिलेगी डिग्री-मार्कशीट, दूसरे राज्यों में फर्जीवाड़े से सबक लेकर किया बड़ा फैसला

अपने नाम से फर्जी डिग्री और अंकतालिकाएं बनने पर अंकुश के लिए मोहनलाल सुखाडि़या विश्वविद्यालय ने कमर कसी है। विश्वविद्यालय से जारी डिग्री-अंकतालिकाओं पर अब विद्यार्थी की इन्द्रधनुषी रंग पर फोटो होगी।

बाड़मेरApr 06, 2017 / 01:28 pm

madhulika singh

अपने नाम से फर्जी डिग्री और अंकतालिकाएं बनने पर अंकुश के लिए मोहनलाल सुखाडि़या विश्वविद्यालय ने कमर कसी है। विश्वविद्यालय से जारी डिग्री-अंकतालिकाओं पर अब विद्यार्थी की इन्द्रधनुषी रंग पर फोटो होगी। पारदर्शिता के लिए इस बड़े निर्णय के तहत सभी रिकॉर्ड भी नए सत्र से ऑनलाइन किए जाएंगे। दावा किया जा रहा है कि नई व्यवस्था के बाद जहां कहीं फर्जी डिग्री तैयार हुई, मामला तुरंत पकड़़ में आ जाएगा। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में 2008 से 2014 तक फर्जीवाडे़ के कई मामले सामने आए थे। तब मुंबई विश्वविद्यालय ने रेनबो फोटो युक्त डिग्री देने का नवाचार किया था। इससे फर्जीवाडे़ पर अंकुश भी लगा। मुंबई यूनिवर्सिटी ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) से यह नवाचार सभी विश्वविद्यालयों में लागू कराने की सिफारिश की थी।
READ MORE: सीटीएई ने बनाई गाजर साफ करने की उन्नत तकनीक की मशीन, होगी पानी, पैसा व श्रम की बचत

एपीआई : नामी पत्रिका या जर्नल में प्रकाशित आर्टिकल या रिपोर्ट पर ही अंक
सत्र शुरू होने से पहले विश्वविद्यालय ने एकेडमिक परफॉर्मेंस इंडेक्स (एपीआई) को लेकर भी नए मापदंड तैयार किए हैं। एपीआई स्कोर काउंटिंग यूजीसी के लिए बड़ी परेशानी हो गई है। हालात ये हैं कि पीएचडी और प्रमोशन में बोनस अंक प्राप्त करने के लिए 50 से 60 हजार रुपए खर्च कर घर बैठे अच्छा खासा एपीआई स्कोर जुटाया जा सकता है। अभी तक किसी भी मैग्जीन में आर्टिकल प्रकाशित कराकर विद्यार्थी पीएचडी के स्कॉलर बनने के लिए 10 अंक तक प्राप्त कर रहे थे। अब मान्यता प्राप्त, नियमित उच्च गुणवत्ता व खरे मापदंडों वाली पत्रिकाओं और जर्नल्स में आर्टिकल या रिसर्च रिपोर्ट प्रकाशित होने पर ही अंक मिलेंगे।
READ MORE: Video: उदयपुर में आनेवाला हर पर्यटक यहां आकर रह जाता है दंग, आपने कहीं देखा नहीं होगा ऐसा अनूठा संग्रहालय

शोध गंगा पर होगी रिसर्च की परख

शोध में कट, कॉपी, पेस्ट की प्रवृत्ति पर लगाम लगाने के लिए भी डीन पीजी कार्यालय ने पुख्ता व्यवस्था की है। अब वाइवा से पहले शोद्यार्थियों की थिसिस यूजीसी अप्रूव्ड शोध गंगा वेबसाइट पर डाली जाएगी। इस पर सभी विश्वविद्यालयों के अधिकांश शोध उपलब्ध हैं। कट, कॉपी पेस्ट पाए जाने वाली लाइनों को शोधगंगा प्रमुखता से उजागर करती है। थिसिस में नकल करने वाले शोद्यार्थियों के शोध को अमान्य करार दिया जाएगा। 
हमारी डिग्री और उपाधि व्यवस्था पहले से स्पष्ट और पारदर्शी है। दूसरे राज्यों में सामने आ रहे फर्जीवाडे़ के मामलों को देखते हुए रेनबो फोटो युक्त डिग्री व उपाधि देने का निर्णय लिया है। नए सत्र से विद्यार्थियों को फोटोयुक्त उपाधि मिल सकेंगी।
प्रो. जे.पी. शर्मा, कुलपति, सुखाडि़या विश्वविद्यालय

Home / Barmer / सुविवि : अब कलर रेनबो फोटो वाली मिलेगी डिग्री-मार्कशीट, दूसरे राज्यों में फर्जीवाड़े से सबक लेकर किया बड़ा फैसला

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो