मैसेज में एटीएम पश्चिम बंगाल से निकालने का हवाला आया है। प्रार्थी का कहना है कि उसने दो माह पूर्व एटीएम का उपयोग किया है, जबकि ठगी के दिन एटीएम को काम में ही नहीं लिया। न ही किसी को पिन नम्बर बताए तो ये कैसे हो गया।
ग्राहक के खाते से एटीएम से पैसे निकालने की जानकारी मिलने पर हेड ऑफि स सूचना दी जहां से प्रथम दृष्टया कार्ड क्लोनिंग क ी संभावना जताई है। ठगी की जांच तो पुलिस ही करेगी। ग्राहकों को सावधान रहने की जरूरत है कि जब एटीएम कक्ष में कोई लेनदेन कर रहे हो तो कोई दूसरा व्यक्ति नहीं आए और पूर्ण प्रक्रिया होने के बाद ही छोड़े।
अमित अग्रवाल, बैंक प्रबंधक, आरएमजीबी बम्बोरा