उप वन संरक्षक (वन्यजीव) हरिणी वी. ने बताया कि ऑपरेशन के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया जिसमें जयपुर चिडियाघर के वरिष्ठ वन्यजीव चिकित्सा डॉ. अरविंद माथुर एवं सज्जनगढ बॉयोपार्क के डॉ. करमेन्द्र प्रताप सिंह शामिल थे। मादा पैंथर पायोमैट्रा से ग्रसित थी जिससे उसकी ओवरियो-हिस्ट्रेक्टोमी कर एक लीटर मवाद से भरी बच्चे दानी निकाली गई। दो घंटे के ऑपरेशन के दौरान मादा पैंथर को फ्लूडथैरेपी एवं अन्य आवश्यक जीवन रक्षक दवाइयां दी गई। उसे 24 घंटे गहन चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है।
READ MORE : पेड़़ गिरने से हुई थी दो लोगों की मौत तो जिम्मेदारों ने इसे कहा एक्ट ऑफ गॉड, लेकिन कोर्ट ने नहीं माना और ठहराया निगम को दोषी नयागांव एसबीआई में 15 हजार रुपए भी नहीं!
भाणदा. खेरवाड़ा उपखंड क्षेत्र में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) की नयागांव शाखा में 15 हजार रुपए की एक साथ निकासी भी नहीं हो पा रही। बैंक प्रबंधन का कहना है कि करेंसी की कमी है। दरअसल, भाटडिय़ा सरेरा निवासी सवितादेवी पत्नी नाथूलाल गुरुवार को नकद निकासी के लिए उक्त बैंक पहुंची थी। बीमार पति के लिए उसे 15 हजार रुपए की जरूरत थी। उसके खाते में रकम भी पर्याप्त थी। महिला ने अपेक्षित राशि का विदड्रॉल फार्म भरकर कैश काउंटर पर जमा करवाया। इसके उलट उसे मात्र दो हजार रुपए का भुगतान किया गया। बैंक में भीड़ के चलते घंटों कतार में रहने के बाद भी जब महिला की मांग और जरूरत पूरी नहीं हुई तो वह मायूस लौट गई। राजस्थान पत्रिका ने शाखा प्रबंधक ओम प्रकाश तेली से बातचीत की। समस्या और सवाल पर उन्होंने बताया कि बैंक में नई करेंसी का अभाव है। पर्याप्त राशि नहीं होने से उपभोक्ताओं को पूरी राशि नहीं मिल पा रही है। नई करेंसी आने पर व्यवस्था में सुधार आ जाएगी और उपभोक्ताओं को अपेक्षित राशि का भुगतान हो पाएगा।
भाणदा. खेरवाड़ा उपखंड क्षेत्र में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) की नयागांव शाखा में 15 हजार रुपए की एक साथ निकासी भी नहीं हो पा रही। बैंक प्रबंधन का कहना है कि करेंसी की कमी है। दरअसल, भाटडिय़ा सरेरा निवासी सवितादेवी पत्नी नाथूलाल गुरुवार को नकद निकासी के लिए उक्त बैंक पहुंची थी। बीमार पति के लिए उसे 15 हजार रुपए की जरूरत थी। उसके खाते में रकम भी पर्याप्त थी। महिला ने अपेक्षित राशि का विदड्रॉल फार्म भरकर कैश काउंटर पर जमा करवाया। इसके उलट उसे मात्र दो हजार रुपए का भुगतान किया गया। बैंक में भीड़ के चलते घंटों कतार में रहने के बाद भी जब महिला की मांग और जरूरत पूरी नहीं हुई तो वह मायूस लौट गई। राजस्थान पत्रिका ने शाखा प्रबंधक ओम प्रकाश तेली से बातचीत की। समस्या और सवाल पर उन्होंने बताया कि बैंक में नई करेंसी का अभाव है। पर्याप्त राशि नहीं होने से उपभोक्ताओं को पूरी राशि नहीं मिल पा रही है। नई करेंसी आने पर व्यवस्था में सुधार आ जाएगी और उपभोक्ताओं को अपेक्षित राशि का भुगतान हो पाएगा।