पैंथर रानी के ऑपरेशन के बाद 24 घंटे गहन चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया और उसकी निगरानी में उप वन संरक्षक हरिणी वी. ने केयरटेकर को वहीं रोका। शनिवार सुबह तडक़े चार से पांच बजे के बीच पैंथर रानी ने दम ही तोड़ दिया। बाद में सूचना आला अफसरों को दी गई और फिर मेडिकल बोर्ड बिठाया गया। मादा पैंथर का सुबह 11 से 12 बजे के बीच मेडिकल बोर्ड की टीम के जयपुर चिडियाघर के वरिष्ठ वन्यजीव चिकित्सा डॉ. अरविंद माथुर, डॉ. महेन्द्र मेहता व बॉयोपार्क के डॉ. करमेन्द्र प्रताप सिंह ने पोस्टमार्टम किया। बाद में बायो पार्क में ही उसका अंतिम संस्कार किया गया। मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) राहुल भटनागर ने बताया कि मेडिकल बोर्ड के अनुसार पैंथर पायोमेट्रा से ग्रसित होना सामने आया, इसी कारण शुक्रवार को उसके ऑपरेशन के दौरान उसकी ओवरियो-हिस्ट्रेक्टोमी कर एक लीटर मवाद से भरी बच्चेदानी निकाली गई। पिछले दिनों ही आहार लेना बंद किया था रानी ने पिछले आठ-दस दिन से खाना-पीना बंद कर दिया था जिसके चलते इसके स्वास्थ्य में लगातार गिरावट हो रही थी।