…. कल्पना का शव 24 घंटे बाद उठाया ग्रामीणों का आक्रोश इस कदर था कि कल्पना का शव घटना स्थल से नहीं उठाने दिया। ग्रामीणें ने प्रशासन के गैर जिम्मेदाराना रवैये को लेकर पूर्व में हुई घटना के दौरान मुआवजे के रूप में रखी गई शर्ते नहीं मानने एवं सरकार द्वारा कोई ठोस आश्वासन नहीं देने के कारण शव नहीं उठाने दिया। कलक्टर, एसपी, तथा जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों एवं प्रशासन के बीच करीब 4 घण्टे तक वार्ता चली। समझाइश के बाद शव पहाड़ी से उठाकर परसाद सामुदायिक अस्पताल ले गए। वहां डॉ. कुलदीप लोहार के साथ टीम ने पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंपा।