नूरड़ा पटवार मंडल से 500 मीटर की दूरी पर नाथूलाल गायरी के खेत पर सिजारी मिठूलाल दोपहर 12 बजे खेत पर चारा लेने गया। वहां खेत के किनारे पैंथर को बैठा देखकर घबरा गया। दौड़कर गांव की तरफ लौटा खेत मालिक को सूचना दी। नाथूलाल ने सरपंच और ग्रामीणों को अवगत कराया। ग्रामीण लाठिया लेकर खेत पर पहुंचे। तब पैंथर खेत के पास झाडिय़ों में छिप गया, जो 7 घंटे तक छिपा रहा।
सूचना पर पटवारी हेंमत खटीक, सरपंच चंदा सालवी, ग्रामीण भवानीशंकर, प्रकाश सालवी, प्रभुसिंह मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने पैंथर को घेर लिया। सरपंच ने मावली वन विभाग को 3 बजे सूचना दी। तमाम प्रशासनिक अधिकारियों, पुलिस और जनप्रतिनिधियों को भी अवगत कराया।
वन विभाग की टीम शाम 5.30 बजे पहुंचे, लेकिन बिना किसी तैयारी के निहत्थे ही आए। ऐसे में वे भी मुक दर्शक होकर पैंथर को देखते रहे। मावली रेंजर जगदीश जीनगर को सूचना दी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं करते हुए कहा कि अपने स्तर पर भगा दो या कल पिंजरा लगाकर पकडऩे का प्रयास करेंगे। ऐसे में ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीणों ने हल्ला किया तो पैंथर झाडिय़ों से निकलकर भाग गया। मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में पैंथर करीब 1 माह से घूम रहा है। वन विभाग को कई बार पिंजरा लगाने के लिए कहा, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया।