मुकाम बना चुके जगदीश के मुंह से उनकी जुबानी…
मैं जगदीश चंद्र तेली राजस्थान के राजसमंद का हूं। अभी पिछले 1 महीने से मैं इंग्लैंड में तीन अन्य साथियों के साथ इंग्लिश चैनल रिले करने की प्रेक्टिस कर रहा था। रविवार को हमारा फ्लोर था। सुबह 7.40 बजे हमारी तैराकी शुरू हुई और मैं खुशकिस्मत रहा कि मुझे पहले तैराकी शुरू करने का मौका मिला। मैं, मध्यप्रदेश के सत्येंद्र सिंह, महाराष्ट्र के चेतन रावत, पश्चिम बंगाल के रिमो के साथ आया था। हम चारों ही दिव्यांग तैराक हैं। हमने इंग्लिश चैनल रिले के माध्यम से 12 घंटे 26 मिनट में पूरा किया। इस बीच में हमें बड़ी लहरों के बीच जेलीफि श और करंट में स्विमिंग करनी पड़ी। लेकिन हमने हार नहीं मानी, हम डटे रहे। हम पिछले 7 महीनों से कोच रोहन मोरे के निर्देशन में प्रशिक्षण ले रहे थे। तैराकी के दिन हमनें 6.30 बजे रिपोर्टिंग किया। उसके बाद हमारी कागजी कार्रवाई पूरी हुई। हमारे आब्जर्वर ट्रैफिक क्लार्क और पायलट स्टुअर्ट ने हमें निर्देशित किया। हमारी तैराकी फ्रांंस बिच पर 8 बजकर 6 मिनट पर खत्म होने के साथ ही हमने रिले में इंग्लिश चैनल पार करने का एशिया में पहला रिकॉर्ड बनाया। आखिरकार हमारा सपना पूरा हुआ। हम सफ लता का श्रेय कोच महेश पालीवाल और जिला खेल अधिकारी ललित सिंह झाला और यूआइटी चेयरमैन रामनिवास मेहता को देते हैं जिन्होंने हमें काफीी सपोर्ट किया।