आज हमारे यहां ऑवरऑल एजूकेशन सिस्टम जैसा सालों से चला आ रहा है उसे बदलना होगा। हमारे यहां डिग्री को अहमियत देने की बजाय नॉलेज को पहला स्थान देना चाहिए। सिविक सेंस से लेकर बेसिक चीजें हर व्यक्ति जानें-समझें और उसकी पालना करें। आज अच्छी खासी पढ़ाई करने वाले छोटे-छोटे जॉब के लिए आवेदन करते हैं, दु:ख होता है। हमारे यहां अगर शिक्षा के सेटअप में नॉलेज पर फोकस होगा, क्वालिटी एजूकेशन होगी तो नौकरियों की जो मारामारी है वह खत्म होगी। हमे कहीं जाने की जरूरत नहीं है, इंटरनेट की पावर को जाने-समझे बस घर बैठे हम बहुत कुछ कर सकते हैं। युवाओं को मोबाइल पर सोशल मीडिया पर व्यर्थ समय देने की बजाय अपने फायदे पर काम करना चाहिए, घर बैठे वे बहुत कुछ कमा सकते हैं।