सुविवि में व्याख्यानमाला मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय की ओर सुखाडिय़ा स्मृति व्याख्यान शुक्रवार को आयोजित हुआ। मुख्य वक्ता जगद्गुरु रामानंदाचार्य संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व संकाय अध्यक्ष प्रो गोपीनाथ शर्मा ने “वर्तमान वैश्विक परिप्रेक्ष्य में भारतीय दर्शनों की समीक्षा” विषय पर कहा कि आज भौतिकवाद हावी हो गया है और समाज में लोग स्व केंद्रित हो गए हैं, ऐसे में भौतिक सुखों का बोलबाला हो गया है और आध्यात्मिक सुख गौण हो गया है।
मुख्य अतिथि महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो नरेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि सुखाडिय़ा एक कद्दावर राजनेता थे जिन्होंने राजस्थान को प्रगति के पथ पर अग्रसर किया। अध्यक्षता सुविवि के कुलपति प्रो अमेरिका सिंह ने सुखाडिय़ा को नमन करते हुए कहा कि उनके बारे में जितना कहा जाए कम है क्योंकि उन्होंने ना सिर्फ राजनीतिक सोच को नई दिशा दी बल्कि विश्वविद्यालयों की स्थापना करके अकादमिक जगत को भी नई ऊंचाइयां दी। सुखाडिय़ा की पुत्रवधू नीलिमा सुखाडिय़ा एवं पौत्र दीपक सुखाडिय़ा भी मौजूद थे।
मुख्य अतिथि महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो नरेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि सुखाडिय़ा एक कद्दावर राजनेता थे जिन्होंने राजस्थान को प्रगति के पथ पर अग्रसर किया। अध्यक्षता सुविवि के कुलपति प्रो अमेरिका सिंह ने सुखाडिय़ा को नमन करते हुए कहा कि उनके बारे में जितना कहा जाए कम है क्योंकि उन्होंने ना सिर्फ राजनीतिक सोच को नई दिशा दी बल्कि विश्वविद्यालयों की स्थापना करके अकादमिक जगत को भी नई ऊंचाइयां दी। सुखाडिय़ा की पुत्रवधू नीलिमा सुखाडिय़ा एवं पौत्र दीपक सुखाडिय़ा भी मौजूद थे।