ग्रामीणों ने प्रभारी मंत्री को बताया कि इस बार अच्छी बारिश से तालाब में पानी भर गया है, लेकिन इसके पेंदे में निजी हॉस्पिटल बायोवस्ट डाल रहा है, जिससे पूरा पानी प्रदूषित हो रहा है। ग्रामीणों ने मंत्री से मांग की कि तालाब को निजी स्वार्थ के लिए खुर्द-बुर्द किया जा रह है। तालाब को बचाया नहीं गया तो इसके समीप के कई गांवों में जल संकट पैदा हो जाएगा। कुएं, बावडि़यां व नलकूप सूख जाएंगे। ग्रामीणों ने शिकायत की कि कुछ लोगों ने पेटे में सडक़ निर्माण कर दिया था। ज्ञापन देने वालों में कांग्रेस के विवेक कटारा, पूर्व विधायक सज्जनदेवी कटारा, पूर्व मंडी अध्यक्ष मोडसिंह सिसोदिया, गिर्वा ब्लॉक अध्यक्ष ओनारसिह, सरपंच मांगी बाई सहित कई लोग मौजूद थे।