READ MORE: तीन साल बाद खूंटे से आजाद हुआ उमेश, पत्रिका में खबर के बाद अब ऐसे हुआ इलाज मुमकिन बेटियों से बात करने के दौरान एक बार वह सशंय में पड़ गई कि गुजराती में बोले या हिंदी में, वैसे बाद में उन्होंने बेटियों से सारी बात हिंदी भाषा में ही की। उन्होंने बच्चियों को खूब पढ़ाई करने व अपने सपने पूरे करने की सीख दी। इससे पूर्व उनका
उदयपुर आने पर स्वागत किया लेकिन उनके साथ चल रहे सुरक्षाकर्मियों ने फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी के लिए मना कर दिया इस बीच कई बार लोगों ने मोबाइल में फोटो- वीडियो किए। भीड़भाड़ के बीच कई महिलाओं ने भी उनके साथ सेल्फी ली, जशोदा बेन के निजी सचिव ने कहा कि वे मीडिया से बात नहीं करेगी। दीपक माहेश्वरी ने बताया कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की थीम पर संचालित होने वाले रेस्टोरेंट के कार्यक्रम में जसोदा बेन के साथ सेक्टर 14 स्थित आश्रय सेवा संस्थान की 40 बालिकाएं भी मौजूद थीं।
READ MORE: होटल के बाहर से गुजराती व्यवसायी का अपहरण, देर रात बांसवाड़ा से छुड़ाया कई बार उदयपुर आईं जशोदा बेन– दिसम्बर 2016 में जशोदा बने सेक्टर चार स्थित ज्ञान मंदिर स्कूल के 50 वर्ष पूरे होने पर आयोजित समारोह में अतिथि थी।
– दिसम्बर में ही वे डबोक एयरपोर्ट के आगे एक रेस्टोरेंट पर रुकी, तब वहां भोजन करने वाले लोगों व रेस्टोरेंट मालिक मुकेश वातड़ा ने उनसे आशीर्वाद लिया।
– जशोदा बेन सुंदरवास में स्थित निर्भय आई क्लीनिक पर अपने आंखों की जांच कराने भी आईं।