गोगुंदा का यह विवाद भाजपा के प्रदेश स्तरीय नेताओं की चिंता का विषय बना हुआ है। इधर, सरपंच और प्रधान के बीच विकास अधिकारी की ओर से प्रधान के खिलाफ राजकार्य में बाधा के आरोप का दर्ज मामला भी पुलिस ने ठंडे बस्ते में डाल दिया है। सूत्रों की मानें तो विकास अधिकारी पर राजनीतिक और प्रशासनिक स्तर पर एफआईआर वापस लेने क ा दबाव भी डाला जा रहा है।
समाज ने भरी हुंकार गाली गलौच वाले ऑडियों के विरोध में शुक्रवार सुबह सर्व राजपूत समाज के पदाधिकारी व कार्यकर्ता महाराणा प्रताप के राजतिलक स्थल पर जमा हुए। युवक कांग्रेस के लोकसभा अध्यक्ष अभिमन्यु सिंह झाला ने समाज को संबोधित करते हुए कहा कि ऑडियो सौंपने के बावजूद पुलिस स्तर पर मौन साधा हुआ है। समाज के प्रतिनिधि के साथ हुई अभद्रता को सत्ताधारी राजनीतिक पार्टी राजनीतिक मुद्दा बनाते हुए विषय से
ध्यान भटकाने में सक्रिय बनी हुई है। सरपंच प्रहलादसिंह ने कहा कि गिरफ्तारी के अभाव में वह परिवार के साथ कलक्ट्री में धरना देंगे। पूर्व प्रधान देवीसिंह झाला, क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष लक्ष्मणसिंह झाला , हरिसिंह झाला, जसंवतगढ सरपंच नारायण पालीवाल, ब्लाक अध्यक्ष मांगीलाल चौधरी, पंचायत समिति सदस्य रामेश्वर चौधरी सहित बडी संख्या में राजपूत समाज के प्रतिनिधियों ने विचार व्यक्त किए। इसके बाद समाजनों ने बाजार में रैली निकालते हुए उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा और प्रधान की गिरफ्तारी को लेकर मांग की।
सरपंच संघ का समर्थन इधर, राजनीतिक दलों के मुद्दे में भाजपा समर्थित सरपंचों के साथ गोगुंदा और सायरा सरपंच संघ ने साथी मोड़ी सरपंच को अलग-थलग कर प्रधान का समर्थन किया है। संगठन ने आरोप लगाया कि पूरा विवाद विकास अधिकारी और मोड़ी सरपंच की मिलीभगत का नतीजा है। उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए संगठन ने ऑडियों की निष्पक्ष जांच कराने तथा जांच रिपोर्ट नहीं आने तक प्रदेश सरकार की राजकीय योजनाओं का बहिष्कार करने की घोषणा की। संगठन का आरोप है कि विकास अधिकारी सरकारी कार्यों को लेकर हमेशा टालमटोल करते रहे हैं। बीडीओ और सरपंच ने मिलीभगत कर द्वेषता पूर्वक कर झूठे मुकदमों के माध्यम से प्रधान को उलझाने का कदम उठाया है। इस मौके पर उप प्रधान पप्पू राणा, कस्बा सरपंच गागुलाल मेघवाल, कमोल सरपंच दिनेश सेन, ढोल सरपंच वेणीराम, सेमड सरपंच मनीष मेवाड़ा, वीरपुरा के सरपंच कालूलाल खराड़ी, पानेर सरपंच प्रेमसिंह खरवड़, पडावली कलां सरपंच राजाराम, रावलिया ख्ुार्द सरपंच सविता कुंवर, सायरा सरपंच चदं्रकाता सहित अन्य जगहों के सरपंच मौजूद थे। प्रधान के समर्थन में तेली समाज दूसरी ओर मेवाड़ के क्षत्रिय कचेलियन तेली समाज ने चौरासी बैठक कर प्रधान पुष्कर तेली को राजनीतिक षड़यंत्र में उलझाने का आरोप लगाते हुए जिला प्रशासन प्रतिनिधियों को ज्ञापन सौंपा। उदयपुर, राजसमंद, चित्तौडग़ढ़, बांसवाड़ा एवं भीलवाड़ा से बड़ी संख्या में जुटे समाजजनों ने दर्ज मुकदमों पर आक्रोश जताया। साथ ही मामले में प्रधान को उलझाने की स्थिति में आंदोलन की चेतावनी दी।