script‘इतिहास में किसी भी तरह का बदलाव बर्दाश्त नहीं’ | Protest of textbooks of RBSE | Patrika News
उदयपुर

‘इतिहास में किसी भी तरह का बदलाव बर्दाश्त नहीं’

क्षत्रिय महासभा के पदाधिकारी महेन्द्र सिंह मेवाड़ से मिले

उदयपुरJun 25, 2020 / 11:32 am

jitendra paliwal

history-of-indias-independence-ili-586-img-3.jpg
उदयपुर. अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा, मेवाड़ के पदाधिकारी मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार वंशज व पूर्व सांसद महेंद्र सिंह मेवाड़ से मिले। प्रवक्ता रणवीर सिंह जोलावास ने बताया कि हल्दीघाटी के युद्ध और मेवाड़ के गौरवमयी इतिहास को पाठ्यक्रम को विकृत करने एवं गलत तरीके से प्रस्तुत करने पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई। महेन्द्र सिंह ने महासभा की ओर से इस बारे में किए जा रहे प्रयासों को सराहा। अध्यक्ष यादवेंद्र सिंह रलावता, महामंत्री हेमेंद्र सिंह दवाणा, उपाध्यक्ष रणवीर सिंह जोलावास, राज उजास के अध्यक्ष डॉ. शिवदान सिंह राणावत, धर्मेंद्र सिंह चौहान
आदि मौजूद थे।
पुस्तक निर्माण समिति के पूर्व संयोजक ने भेजा मुख्यमंत्री को पत्र
पुस्तक निर्माण समिति के पूर्व संयोजक एवं इतिहासकार के. एस. गुप्ता ने मुख्यमंत्री को एक पत्र भेजकर आपत्ति कराई। पत्र में बताया कि इतिहास के स्वर्णिम पृष्ठ और लिखित इतिहास व अनेक स्रोतों को दबाते हुए वर्ग विशेष के लिए पाठ्यसामग्री तैयार किया जाना अत्यंत दुखद है। महाराणा प्रताप का एक सुनियोजित शैली से सर्वस्व बलिदान को प्रेरित करना अपनेआप की उच्च कोटि के व्यक्तित्व की पहचान कराता है। प्रताप सभी के लिए प्रेरणास्रोत हैं। पाठ्यपुस्तकों में ऐसा बदलाव बिल्कुल भी उचित नहीं है। विकृत मानसिकता से निकलने के लिए राज्य सरकार को तुरंत समिति के कार्यक्षेत्र में हस्तक्षेप करना चाहिए।
इन्होंने भी जताई आपत्ति
क्षत्रिय महासभा के आंदोलन को समर्थन देते हुए नगर निगम गैराज समिति अध्यक्ष मनोहर चौधरी ने कहा कि आने वाली पीढ़ी को महापुरुषों का सही आदर्श बताना राज का धर्म है। हमारा इतिहास किसी विचारधारा से प्रेरित नहीं होना चाहिए। आने वाले समय में हम अपने महापुरुषों का आदर्श कायम रख सकें, यह हम सबका दायित्व है।

Home / Udaipur / ‘इतिहास में किसी भी तरह का बदलाव बर्दाश्त नहीं’

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो