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उदयपुर

उदयपुर-अहमदाबाद आमान परिवर्तन को लेकर ऐसे गुमराह कर रही रेलवे

खारवा-जावर माइंस टनल की निविदा ही अब निकली, काम पूरा होने में लगेंगे दो वर्ष

उदयपुरMay 25, 2018 / 12:17 pm

Manish Kumar Joshi

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उदयपुर-अहमदाबाद आमान परिवर्तन को लेकर गुमराह कर रही रेलवे

उदयपुर . शहरवासियों को उदयपुर-अहमदाबाद आमान परिवर्तन का कार्य जल्द पूरा होना का बेताबी से इंतजार है। दूसरी ओर रेलवे अधिकारी मार्च 2019 तक इस परियोजना कार्य को पूरा करने का दावे कर गुमराह कर रहे हैं। वर्तमान स्थिति में इस कार्य को पूरी गति से किया जाए, तब भी इसका 2020 से पूर्व होना संभव नहीं है क्योंकि खारवा चांदा से जावर माइंस को जोडऩे वाली टनल की निविदा ही बुधवार को जारी की गई।
आमान परिवर्तन की परियोजना में खारवा चांदा-जावर माइंस टनल सबसे बड़ी है। करीब 800 मीटर की इस टनल के लिए रेलवे ने बुधवार को निविदा आमंत्रित की गई है जिसे 28 जून को खोला जाएगा। इसके बाद टनल की खुदाई का कार्य शुरू होगा। रेलवे सूत्रों के मानें तो टनल खुदाई का कार्य दिसंबर 2018 तक शुरू होगा और इसमें करीब दो वर्ष का समय लगेगा।
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यहां बनेगी टनल

जानकारी के अनुसार 250 मीटर लम्बी पुरानी टनल के समानांतर इंगटवाड़ा पंचायत के बगुरवा और ओड़ा के बीच करीब 800 मीटर की टनल तैयार की जाएगी। इस पर करीब 46 करोड़ रुपए की लागत आएगी। यह भूमि वन विभाग के कालीघाटी (मनयल) वन रेंज में उपलब्ध करवाई गई है।
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ब्लास्टिंग से खुदाई में लगेगा ज्यादा समय
टनल का निर्माण आधुनिक मशीनों ने नहीं होकर ब्लास्ट के जरिये होगा। ब्लास्ट से टनल की खुदाई करने में काफी समय लगता है। साथ ही ब्लास्ट से कमजोर हुए पत्थरों को साफ करने के साथ ही हाथों-हाथ मरम्मत भी करनी पड़ती है। वैसे उदयपुर और हिम्मतनगर के बीच कई जगह पर काम अधूरा पड़ा है। कई जगह अर्थवर्क भी बाकी है। ऐसे में वर्ष 2019 तक काम पूरा होने की उम्मीद की ही है।
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