मंगलवार को दिन भर धूप व छांव का खेल चला। बादलों के कारण कई बार बारिश जैसा मौसम बना और हवाएं भी चलीं, लेकिन बारिश नहीं हुई। इधर, बादल होने के कारण उमस व गर्मी ने दिन भर लोगों को सताया। शाम ढलने पर लोगों को कुछ राहत मिली। रात में 12 बजे के बाद तेज हवाओं के चलने के साथ बादलों की गड़गड़ाहट के साथ बारिश शुरू हुई। शहर के कई क्षेत्रों में रुक-रुक कर मध्यम से तेज बारिश हुई। मौसम विभाग डबोक के अनुसार शहर का अधिकतम तापमान ३६ डिग्री से. दर्ज किया गया, वहीं, न्यूनतम तापमान २८ डिग्री से. रहा। दिन व रात के तापमान में मामूली बढ़ोतरी हुई।
इनका कहना है सम्पूर्ण उत्तर-पश्चिमी भारत में पछुआ पवन के चलने के प्रभाव से मानसून आने में अब देरी होगी। गुजरात,पश्चिमी मध्यप्रदेश सहित पूरे राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मानसून समय से पहले आने की संभावना थी परन्तु पछुआ हवा चलने से जो अरब सागरीय तथा बंगाल की खाड़ी का मानसून तेज गति से आगे बढ़ रहा था उसकी गति धीमी पड़ गई है। पछुआ पवनों की गति १५ से २० किमी. प्रति घंटा है, जो बादलों को एक जगह टिकने नहीं दे रही है। इससे बरसात होने की स्थिति नहीं बन रही है। अब लगभग 4 से 6 दिनों बाद जब पछुआ पवनों का प्रभाव खत्म होगा तभी मानसून आने की संभावना है।
प्रो. नरपतसिंह राठौड़, मौसमविद