सेवानिर्वत प्रधानाचार्य लालसिंह सिसोदिया ने बताया कि जावद सहित सर्किल के २३ गांवों में सड़क व आवागमन का अभाव है। इससे क्षेत्र के गांवों में काफी परेशानी होती है। इस पर ऋषभदेव से झामरकोटड़ा तक स्टेट हाइवे को तकनीकी मंजूरी की दिशा में प्रयास की बात हुई। दिनेश कुमार मीणा बगुरूवा सदस्य स्टेशन संर्घष समिति ने बताया कि बगुरूवा रेल्वे स्टेशन मिले तो ८० गांवों को सुविधा होगी। इसके लिए जागरूक लोगों को आगे आना होगा। अमरपुरा के धनराज पटेल ने बताया कि पेयजल समस्या का समाधान होना चाहिए। गांव की ऊंचाई पर टंकी बने तो समाधान हो सकता है।
सभी ने कहा कि ग्राम विकास के लिए ग्रामीणों की जनसहभागिता होनी जरुरी है। स्वच्छ राजनीति के लिए आमजन को जागरूक करना जरुरी है। सरकारी योजनाओं की जानकारी और उसका लाभ सीधे ही जनता तक नहीं पहुंच पाता है, जिससे पात्र व्यक्ति योजनाओं से वंचित रह जाता है और अपात्र योजना का लाभ ले लेते हैं। प्रबुद्धजनों ने इसका समाधान बताया कि पंचायत सरकारी योजनाओं का लाभ पात्र लोगों तक पहुंचाना चाहती है तो हर माह चौपाल लगाकर समस्या समाधान करे। ग्राम स्वच्छता, शिक्षा, बिजली, सुरक्षा का मजबूत प्रबन्ध नहीं है। अतिक्रमण के चलते विकास में बाधा आती है। ऐसे में निष्पक्ष रूप से कार्रवाई की जानी चाहिए। स्वच्छता के लिए विशेष प्रयास होने चाहिए। शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए विद्यालयों की देखरेख भी स्थानीय लोगों को अपने हाथ में लेनी होगी। आवारा मवेशियों के लिए पंचायत स्तर पर काइन हाउस की व्यवस्था करनी होगी। ग्राम पंचायत परसाद उदयपुर-अहमदाबाद हाइवे पर स्थित होने के कारण यहां रोडवेज बसों का स्टोपेज होना जरूरी है, जो वर्तमान में नहीं है। बसों के ठहराव और यात्रियों की सुरक्षा को लेकर प्रयास करने होंगे। स्थानीय स्तर पर रोजगार को बढ़ावा देने के लिए प्रयास की जरुरत है।