न्यायालय ने सुनवाई के बाद मनो चिकित्सक की मौजूदगी में शंभू का मेडिकल करवाने के आदेश दिए थे। आदेश की पालना में पुलिस राजसमंद में मेडिकल टीम नहीं होने से उसे उदयपुर लेकर पहुंची। यहां पहुंचने से पहले उदयपुर में सशस्त्र पुलिस बल की टुकड़ी के साथ ही गुप्तचर विभाग की टीमें यहां अस्पताल पहुंच गई। अस्पताल में चिकित्सकों ने मनोरोग विभाग में ही एक कक्ष में शंभूलाल रेगर से शंभूलाल रेगर से मानसिक रोग संबंधी पूछताछ की। पांच सदस्यीय टीम ने उससे अलग-अलग जानकारियां ली। चिकित्सकों ने हालांकि किसी तरह का कोई खुलासा नहीं किया लेकिन उन्होंने उसकी मनोस्थिति को पूरी तरह से टटोला।
READ MORE : video : उदयपुर दुनियाभर के टूरिस्ट्स की पहली पसंद, साल दर साल बढ़ रहा पर्यटकों का आंकड़ा यह था मामला सौ फीट रोड राजसमंद में कलक्ट्री के पास 6 दिसंबर को बंगाल के चुनाई ठेकेदार अफराजुल की गेंती से हमला कर शंभूलाल रेगर ने नृशंस हत्या कर दी। आरोपित शंभू ने उसके भांजे से घटना का लाइव वीडियो बनवाया। इसके अलावा हर लवजिहादी का यही हश्र करने की धमकी भरे पांच अन्य वीडियो भी बनाए, जिसे घटना के बाद सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए। नृशंस हत्या के लाइव वीडियो से लोगों में सनसनी फैल गई। हालात बिगड़ते देख प्रशासन ने दो दिन राजसमंद में इंटरनेट भी बंद कर दिए। उसी सप्ताह राजस्थान ही नहीं, बल्कि देशभर में विरोध प्रदर्शन हुए।