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उदयपुर

चयनबोर्ड द्वारा पीटीआई भर्ती में धांधली, भर्ती में नियम कायदों की जमकर उड़ी धज्जियां

राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड जयपुर द्वारा की शारीरिक शिक्षक प्रशिक्षण अनुदेशक ग्रेड-3 भर्ती परीक्षा में जमकर धांधली हो रही है। बोर्ड ने जिन अभ्यर्थियों की अंतिम सूची जारी की है उसमें कई ऐसे अभ्यर्थी भी शामिल कर लिए है जिनको अपात्र माना गया था

उदयपुरNov 29, 2019 / 08:56 pm

Krishna

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चंदनसिंह देवड़ा/उदयपुर.राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड जयपुर द्वारा की शारीरिक शिक्षक प्रशिक्षण अनुदेशक ग्रेड-3 भर्ती परीक्षा में जमकर धांधली हो रही है। बोर्ड ने जिन अभ्यर्थियों की अंतिम सूची जारी की है उसमें कई ऐसे अभ्यर्थी भी शामिल कर लिए है जिनको अपात्र माना गया था लेकिन अब इन्हे 4 दिसम्बर को काउंसङ्क्षलग में नियुक्ति की तैयारी है। बोर्ड ने इस किस तरह उड़ाई है उसका अंदाजा इसी बात से लगा सकते है कि अंतिम सूची में से लेकर पूर्व में निकाली गई सूचियों में कहीं पर भी मैरिट नंबर जारी नहीं किए गए। गड़बड़ी के फेर में रोस्टर प्रणाली तक बिगड़ गई। इस भर्ती में शुरु से धांधली होने के सवाल उठ रहे है।टीएसपी-नॉन टीएसपी दोनों सूची में नाम..इस परीक्षा में अभ्यर्थी रहे जुबेर खान ने मुख्यमंत्री, चयन बोर्ड निदेशक को इसकी शिकायत दर्ज कराई है। इसमें बताया गया है कि बोर्ड द्वारा पूर्व में 4655 पदों की डेढ़ गुना अभ्यर्थियों की सूची जारी की थी उसमें 116 अभ्यर्थी ऐसे थे जिनको टीएसपी और नॉन टीएसपी दोनों सूची में जोड़ लिया जिससे रोस्टर प्रणाली गड़बड़ा गई। इसके बाद टीएसपी और नॉन टीएसपी की प्रोविजनल सूची में 29 अभ्यर्थी ऐसे है जिनका दोनों लिस्ट में नाम है जो संभव नहीं है।दस्तावेजों की जांच किए बगैर हुई मनमर्जी से रिमार्क..भर्ती को लेकर शिकायतें सामने आई की कई ऐसे अभ्यर्थी है जिनके खेल प्रमाण पत्र, बीपीएड की डिग्री नहीं है फिर भी उनको चयनित कर लिया गया। जांच के लिए कमेटी बनाई लेकिन मनमर्जी से रिमार्क लगा दिए गए। ओवरएज तक को चयनित सूची में शामिल कर लिया गया। रोल नम्बर 516287 को बोर्ड ने पहले अपात्र फिर पात्र की सूची में डाल दिया। ऐसे कई अभ्यर्थी है। गंभीर मामला तो यह है कि अंतिम दस्तावेजों की जांच 19 सितम्बर को पूरी हुई जबकि बोर्ड द्वारा तीन महिने पहले 29 जून को पात्र-अपात्र की सूची कैसे जारी कर दी जो सवाल खड़े कर रही है।
इनका कहना…

भर्ती में शुरु से धांधली हो रही है। मैने लोकायुक्त में भी शिकायत दर्ज करवाई है कुछ याचिकाएं हाईकोर्ट में भी लगी है लेकिन उसके बावजूद चयन बोर्ड व माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से जुड़े अधिकारी नियमों को ताक में रखकर अंतिम सूची जारी कर नियुक्ति देने पर आमादा है। दोनो विभाग एक दूसरे की जिम्मेदारी थोपते हुए संतोषप्रद न जवाब दे रहे है न गलती सुधार रहे है। एक अभ्यर्थी पात्र और अपात्र सूची में कैसे हो सकता है। दस्तावेज जांच में भारी विसंगतियां हुई है इसकी जांच हो और काउंसङ्क्षलग रोकी जाए। जुबेर खान, अभ्यर्थी, उदयपुरभर्ती से जुड़ी प्रक्रिया पूरी करके हमने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड बीकानेर को काउंसलिंग करने के लिए भेज दिया है।
बीएल जाटावत, अध्यक्ष राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड

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