scriptउदयपुर के बुनियादी स्कूल में यूं मनाया गया था सबसे पहला गणतंत्र दिवस, बच्‍चों ने न‍िकाली थी रैली | Republic Day 2021, First Republic Day Celebration In Udaipur | Patrika News
उदयपुर

उदयपुर के बुनियादी स्कूल में यूं मनाया गया था सबसे पहला गणतंत्र दिवस, बच्‍चों ने न‍िकाली थी रैली

हैडमास्टर दयालचंद सोनी ने की थी शुरुआत, इस दिन 26 जनवरी जिंदाबाद के नारे लगाते बच्चों की रैली निकली थी, देशभक्ति गीत- आओ देश बनाएं…भी लिखा

उदयपुरJan 26, 2021 / 01:58 pm

madhulika singh

jodhpur youngsters sang Patriotic song on republic day 2020

जोधपुर के यंगस्टर्स ने देशभक्ति गीतों से मनाया गणतंत्र दिवस पर्व, देश के जवानों को किया सलाम

उदयपुर. उदयपुर में पहला गणतंत्र दिवस 1951 में रामगिरी स्थित बुनियादी स्कूल में मनाया गया था। उस वक्त बच्चों ने रैली निकाली थी और देशभक्ति गीत गाए थे तब सार्वजनिक तौर पर गणतंत्र दिवस मनाने का चलन शुरू नहीं हुआ था। ऐसे में ये गणतंत्र दिवस की शुरुआत थी। इसके बाद धीरे-धीरे इसका स्वरूप बदलता गया और मनाने के तरीके भी, अब ये जिला स्तरीय समारोह तक पहुंच चुका है।
बच्चों की रैली निकाली गई थी, जो 26 जनवरी जिंदाबाद के लगा रहे थेे नारे
इतिहासकार श्रीकृष्ण जुगनू के अनुसार, रामगिरी स्थित बुनियादी स्कूल में पहला गणतंत्र दिवस मनाया गया था। इसे मनाने के पीछे दयालचंद सोनी थे, जिन्होंने इसकी शुरुआत की थी। इसके लिए उन्होंने ‘एक गीत आओ देश बनाएं…’भी लिखा था। उस समय बच्चों की रैली निकाली गई थी, जो 26 जनवरी जिंदाबार के नारे लगा रहे थे। दयालचंद सोनी के पुत्र जीपी सोनी ने बताया कि जब गांधीजी ने बुनियादी शिक्षा के लिए देश में आंदोलन चलाया था और स्कूल खोले जा रहे थे तब उदयपुर में पहला स्कूल रामगिरी में स्थापित किया गया था। पिताजी स्कूल के हैडमास्टर थे। उन्होंने वर्धा के गांधी आश्रम में प्रशिक्षण लिया था। उस समय बच्चों को पढऩे के लिए प्रेरित करना, उन्हें स्कूल में पढ़ाना ही बहुत बड़ी बात थी और पिताजी ने ना केवल शिक्षा की अलख जगाई बल्कि देश के प्रति भी उनमें प्रेम और सेवा का जज्बा जगाया।
dayal_chandra_soni.jpg
1953 से सार्वजनिक तौर पर मनाना शुरू हुआ, बांटी जाती थी जलेबी

जुगनू के अनुसार बुनियादी स्कूल के बाद फिर राजस्थान महिला परिषद और राजस्थान महिला विद्यालय में भी कार्यक्रम शुरू हुए। ये स्वतंत्रता सैनानी शांता त्रिवेदी ने शुरू कराए थे। 1953 से सार्वजनिक रूप से गांव-गांव मनाना शुरू हो गया था। इसमें भी बच्चे ही अधिक होते थे क्योंकि तब इस दिन जलेबी बांटी जाती थी। सार्वजनिक तौर पर मनाने में वीरभद्र जोशी, बलवंतसिंह मेहता, भाई भगवान दशोरा, मुरलीनारायण माथुर, डॉ. देवीलाल पालीवाल, स्वतंत्रता सैनानी कनक मधुकर लेख प्रकाशन करना और गणतंत्र दिवस पर सभाएं कर इसकी शुरुआत हुई। जिला स्तरीय समारोह 1958 से शुरू हुए।

Home / Udaipur / उदयपुर के बुनियादी स्कूल में यूं मनाया गया था सबसे पहला गणतंत्र दिवस, बच्‍चों ने न‍िकाली थी रैली

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो