नई सडक़ एवं 16 पेंच
हकीकत यह है कि करीब 6 माह पहले केंद्रीय सडक़ निधि कोष से निर्मित इस सडक़ के बनने के कुछ ही महीनों के बाद डामर उखडऩे लगा। इतना ही नहीं बरसाती पानी की निकासी के लिए यहां संवेदक स्तर पर कोई प्रयास नहीं किए गए। राजस्थान पत्रिका में 9 सितम्बर को ‘5 माह में उधडऩे लगी 10 करोड़ की रोड’ शीर्षक से प्रकाशित समाचार के बाद विभाग ने अपनी बिगड़ती छवि को सुधारने के लिए यहां बड़े-छोटे करीब 16 पेच लगाकर वाहनचालकों को राहत पहुंचाने के लिए संवेदक पर दबाव तो बनाया, लेकिन जांच रिपोर्ट के नाम पर पूरे मामले की लीपापोती कर दी। जानकारी के अनुसार जांच रिपोर्ट में सडक़ टूटने की वजह सडक़ के निचले हिस्से से गुजरती जलदाय विभाग की लाइनों को बताया गया है।
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भेज दी रिपोर्ट
मामले की रिपोर्ट अतिरिक्त मुख्य अभियंता सहित अन्य को भिजवा दी गई है। मामले में संवेदक सहित अन्य को भी पाबंद भी किया गया है।
शांतिलाल खटीक, अधिशासी अभियंता, सलूम्बर खण्ड
भेज दी रिपोर्ट
मामले की रिपोर्ट अतिरिक्त मुख्य अभियंता सहित अन्य को भिजवा दी गई है। मामले में संवेदक सहित अन्य को भी पाबंद भी किया गया है।
शांतिलाल खटीक, अधिशासी अभियंता, सलूम्बर खण्ड
हमें कोई रिपोर्ट अब तक नहीं मिली
मामले को लेकर फिलहाल कार्यालय को कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। जल्द ही उचित कदम उठाए जाएंगे।
चंद्रमोहन राज माथुर, अधीक्षण अभियंता, पीडब्ल्यूडी