गुरूद्वारा सचखण्ड दरबार के प्रवक्ता रविन्द्रपाल सिंह कप्पू ने बताया कि इस दिन खालसा पंथ की स्थापना गुरु गोबिंद सिंह ने की थी। दसवें गुरु गोबिंद सिंह जी ने अंनन्दपुर साहिब में पंज प्यारों को अमृत चखाकर केश, कड़ा, कंघा, कछहरा व कृपाण धारण करवाकर खालसा पंथ की स्थापना की। अध्यक्ष धर्मवीर सिंह सलुजा ने बताया कि घरों में ही सुबह 10 से 11.15 बजे तक सुखमनी साहिब का पाठ किया गया। 11.30 बजे ज्ञानीजी ने गुरुद्वारे में सामूहिक अरदास करके पाठ की समाप्ति की। उपाध्यक्ष जसबीरसिंह, सचिव दशनीत सिंह ने बताया कि वैसाखी पर्व पर लोगों ने घरों में ही पाठ किया। प्रसाद रूपी लंगर गुरूद्वारा सचखण्ड दरबार कमेटी ने घरों तक पहुंचाया।