जगदीश चौक में ऑटो स्टैंड के पास ट्रांसफार्मर लगा हुआ है। चौक में वर्षभर में कई विशेष आयोजन होने के साथ ही रोज बड़ी संख्या में देशी और विदेशी पर्यटक पहुंचते हैं। ट्रांसफार्मर के चारों ओर दीवार बना उसे हैरिटेज लुक देकर नगर निगम ने सुरक्षा प्रदान करने की पहल की थी, लेकिन इसके बाद नगर निगम में बोर्ड और मुखिया बदलते गए, लेकिन इस पहल को आगे नहीं बढ़ाया गया।
ट्रांसफार्मर को एक ओर करने से राहत बिजली आपूर्ति सुचारू बनाए रखने के लिए पहले भी कई प्रयास हुए हैं। बापूबाजार के नाड़ाखाड़ा क्षेत्र में मार्ग के बीच आ रहे ट्रांसफार्मरtransformer को एक ओर करने के साथ ही विद्युत निगम ने लोहे के पोल पर बेस तैयार कर तीन ट्रांसफार्मर लगाए थे। इससे आसपास के क्षेत्रों में बिजली व्यवस्था में सुधार हुआ, वहीं सडक़ पर बीच में आ रहे ट्रांसफार्मर से भी छुटकारा मिला।
सर्किट हाउस के नजदीक हेरिटेज लुक
फतहसागर किनारे सर्किट हाउस के नजदीक स्थित ट्रांसफार्मर के चारों ओर यूआईटी के सहयोग से दीवार बनाकर उसे हेरिटेज लुक दिया गया है। इससे जहां ट्रांसफार्मर की सुरक्षा के साथ ही लोग सुरक्षित हो गए, वहीं ट्रांसफार्मर दिखाई नहीं देने से क्षेत्र की खूबसूरती बढ़ गई।
पांच वर्ष बाद भी नहीं बदली जगह
हाथीपोल क्षेत्र में ट्रांसफार्मर सडक़ के बीच में आ रहा है। 5 वर्ष पूर्व इसको स्थानांतरित करने के लिए सामने पार्क में बेस तैयार किया गया, लेकिन विभागीय उदासीनता के चलते इस ट्रांसफार्मर को आज तक बदला नहीं गया है।
यहां बिगड़ रही छवि
शहर में उदियापोल, देहलीगेट, पुराने कंट्रोल रूम के पास, शास्त्री सर्कल, घंटाघर सहित कई क्षेत्र ऐसे हैं, जहां खुले ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं। इनके आसपास लोग व्यवसाय भी कर रहे हैं। कुछ जगह खुले तार हादसे को न्योता दे रहे हैं। ऐसे में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।