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उदयपुर

सरकारी स्कूूलों में मील का पत्थर साबित होगी ‘स्माइल’ प्रोजेक्ट योजना

लॉकडाउन में ऑनलाइन पढ़ाई पर फोकस….

उदयपुरJun 06, 2020 / 04:22 pm

madhulika singh

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मेनार. लाॅॅकडाउन के चलते विद्यार्थियों की नियमित पढ़ाई बाधित न हो इसके लिए सरकार द्वारा स्माइल प्रोग्राम चलाया गया है। विद्यार्थियों और शिक्षकों को ऑनलाइन पठन-पाठन से जोड़े जाने के लिए प्रोजेक्ट सोशल मीडिया इंटरफेस फॉर लर्निंग एंगेजमेंट (स्माइल ) चल रहा है। कोविड-19 महामारी के चलते शिक्षण संस्था स्कूल, कॉलेज इत्यादि बंद है । इन्हींं कारणों से बोर्ड परीक्षा भी पूरी नहींं हो पाई । इसके चलते विद्यार्थी अपनी तैयारी नियमित रूप से कर सकेंं और उनका अध्ययन बाधित न हो, इसके लिए शिक्षाविभाग द्वारा ई कंटेट के माध्यम से अध्ययन करवाया जा रहा है । विद्यार्थी घर पर रहकर मल्टीमीडिया एवं तकनिकी के माध्यम से नियमित रूप से विषय वस्तु का अध्ययन कर रहे हैंं।
मेनार उच्च माध्यमिक विद्यालय सहित भींडर ब्लॉक के विद्यालयो द्वारा विद्यार्थियों के जो व्हाट्सप समूह बनाए गए हैंं उनमेंं एक से बारहवीं तक के विषय सम्बन्धी कंटेंट ग्रुप में भेजे जा रहे हैंं। विद्यार्थी इन कंटेंट को पढ़कर वीडियो देखकर अध्ययन करते है साथ ही संकलित फीडबैक फॉर्म भी भरते हैं जिसमेंं उस वीडियो की सामग्री कैसी लगी तथा उसमेंं कुछ सुधार की आवश्यकता हो तो जानकारी प्रस्तुत करते हैंं। विद्यार्थियों के अलावा शिक्षकों के लिए भी कंटेंट भेजे जाते हैंं जिनको देखकर शिक्षक अपने विद्यार्थियों को फोन से संपर्क कर विषय वस्तु की जानकारी प्रदान करते है। संभवतया राजस्थान पहला ऐसा राज्य है जहां पर विद्यार्थियों-शिक्षकों को घर बैठे सोशल मीडिया के जरिए पढ़ाई करवाने की यह अनूठी पहल की गयी है। प्रोजेक्ट ‘स्माइल’ के तहत विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए सीखने-सिखाने की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए अभिभावकों और शिक्षकों के साथ पीईईओ द्वारा राज्य में करीब 20 हजार से अधिक व्हाट्सएप ग्रुप्स बनाए गए हैं।
आगामी भविष्य में ये प्रोजेक्ट मील का पत्थर साबित होगा:

लॉकडाउन में लागू हुआ ये प्रोजेक्ट आगामी दिनों में मिल का पत्थर साबित होगा क्योकि बच्चे तकनीकी का उपयोग करना सीख जाएंगे जिससे उच्च अध्ययन हेतु विषय चयन, संस्थान चयन, प्रतियोगी परीक्षायों की तैयारी करने में सुविधा रहेगी। साथ ही सरकारी स्कूल में अध्यापकों की कमी भी अध्ययन में बाधा नही बनेगी। वही विद्यालय में प्रोजेक्ट के माध्यम से या विद्याथी स्वयं तकनीकी के माध्यम से अध्ययन कर सकेगा। ई कंटेंट में अध्ययन सामग्री के अलावा क्विज एवं प्रश्नोतरी का आयोजन भी होता है। इसके साथ ही शिक्षा विभाग के द्वारा प्रत्येक रविवार को रेडियो पर शिक्षा वाणी कार्यक्रम का प्रसारण भी किया जा रहा है। व्याख्याता दिलराज सिंह राजावत एव वर्तिका पंजवानी ने बताया की ये विभाग की बहुत अच्छी योजना है विद्यार्थी बिना किसी दबाब के रुचि पूर्वक विषय वस्तु का अध्ययन कर रहे है। इसके साथ समय का सही सदुपयोग हो रहा है । हमने भी विषयवस्तु के कंटेंट विभाग को प्रेषित किये है ।
इनका कहना है :
शिक्षा विभाग के आदेशानुसार विद्यार्थियो के कक्षा एक से पांच, कक्षा छः से आठ तथा कक्षा नो से बारहवीं के विद्यार्थियों के समूह बना रखे है जिनमे प्रतिदिन प्रातः नो बजे विषय से सम्बंधित सामग्री प्रेषित की जाती है । जिसका प्रभारी शिक्षको के द्वारा नियमित मोनिटरिंग की जाती है । वही विद्यार्थियों से फोन करके फीडबैक लिया जाता है तथा उसकी समेकित सूचना ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से जिले तक प्रेषित की जा रही है।
जालम सिंह सारंगदेवोत, पंचायत प्रारम्भिक शिक्षाधिकारी मेनार

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