इधर, देहात कांग्रेस के संयुक्त सचिव मदन पंडित ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर नगर निगम के वार्डोँ के पुनर्गठन में पेराफेरी की पंचायतों को निगम सीमा सम्मिलित करने की मांग की।
ये बड़े वार्ड जो अब छोटे हो जाएंगे
शहर में 55 में से वार्ड 8, 18, 26, 30, 37, 40 बड़े वार्ड हैं। इन वार्डों के पुनर्गठन के बाद ये छोटे हो जाएंगे, इससे सीधे इनके हार-जीत का परिणाम भी प्रभावित होगा। अब तक इन वार्डोँ में जीत का अंतर भी बहुत रहा है। वैसे जो छोटे वार्ड है उनमें नए वार्ड जुड़ेगे ऐसे में उनका जो छोटा आकार है वह भी बड़ा होगा।
ये बड़े वार्ड जो अब छोटे हो जाएंगे
शहर में 55 में से वार्ड 8, 18, 26, 30, 37, 40 बड़े वार्ड हैं। इन वार्डों के पुनर्गठन के बाद ये छोटे हो जाएंगे, इससे सीधे इनके हार-जीत का परिणाम भी प्रभावित होगा। अब तक इन वार्डोँ में जीत का अंतर भी बहुत रहा है। वैसे जो छोटे वार्ड है उनमें नए वार्ड जुड़ेगे ऐसे में उनका जो छोटा आकार है वह भी बड़ा होगा।
फायदें भी बढ़ेंगे
1. वार्डों के आधार पर सरकार से जो बजट मिलता है उसकी राशि बढ़ेगी
2. लम्बे-चौड़े क्षेत्रों में फैले इलाके छोटे होंगे तो निगम व पार्षद की पहुंच भी
आसान होगी
3.सफाई को लेकर अभी जो बीटें बनी हुई है उसमें जो कमियां है वह दूर होगी
4. सेक्टर ऑफिस की संख्या बढ़ेगी
5. शहर में साफ-सफाई, स्ट्रीट लाइट की समस्याओं में भी सुधार होगा
6. वार्ड-मोहल्लों में नए चेहरों को सेवक बनने का
मौका मिलेगा